बर्रा थाना क्षेत्र स्थित रामगोपाल चौराहा के पास बीते बुधवार को हिंदूवादी संगठन धर्मांतरण के मामले में हंगामा कर रहे थे। इस दौरान कुछ लोगों ने ई-रिक्शा चालक की जमकर पिटाई की थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो में देखा जा सकता है कि ई-रिक्शा चालक को कुछ लोग बेरहमी से पीट रहे थे, रिक्शा चालक की मासूम बेटी पिता को पिटता देख रो रही थी, बच्ची पिता को छोड़ने की मिन्नतें कर रही थी। पुलिस युवक को बचाने का प्रयास कर रही थी, इसके बाद भी भीड़ में मौजूद लोग उसकी पिटाई कर रहे थे। इस मामले में पुलिस छह आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है।
पुलिस पर माहौल बिगाड़ने का आरोप भाजपा मंडल अध्यक्ष संजय पासी के मुताबिक बर्रा में बुधवार को जो घटना घटी है। उसमें कानपुर डीसीपी रवीना त्यागी ने इस मामले को तूल देकर एकतरफा कार्रवाई की है। एक पक्ष पर मुकादमा करा कर कानपुर में माहौल खराब करने का काम कर रही हैं। यह सिर्फ हिदूत्व को दबाने का काम कर रही है। जबकि एक दलित परिवार की बेटी के साथ छेड़छाड़ और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जा रहा था। दलित बेटी के साथ ऐसा बर्ताव किया गया, जिसमें पुलिस ने सिर्फ 354 का मुकदमा दर्ज किया।
पुलिस पर उठाए सवाल बीजेपी नेता ने कहा कि मैं डीसीपी साउथ रवीना त्यागी और उच्चाधिकारियों से पूछना चाहता हूं। यदि इस घटना को संज्ञान में ले लिया गया होता, तो हिंदूवादी संगठनों को इस मामले में कूदने की जरूरत नहीं पड़ती। थानों में भ्रष्टाचार चल रहा है। मैं धर्म की बात नहीं करता हूं, सभी धर्म आपस में भाईचारे का संदेश देते हैं। प्रशासन सरकार के खिलाफ षड्यंत्र रच रहा है। एकपक्ष पर कार्रवाई कर के उन्हे उकसाने का काम कर रही हैं।
पुलिस की कार्रवाई को बताया सपा की मानसिकता से प्रेरित बर्रा में रहने वाले एक समुदाय ने दलित बेटी के गंदा बर्ताव किया है। बेटियों को जान से मारने की धमकी, धर्मांतरण का दबाव बनाया। पीड़ित परिवार की कहीं सुनवाई नहीं हुई, तब जाकर हिंदूवादी सगंठन ने विरोध प्रदर्शन किया है। थाने के कुछ पुलिस कर्मियों ने समाजवादी पार्टी जैसा कूटरचित तरीके से हमारी पार्टी और हिंदूवादी संगठन को बदनाम करने का काम कर रही है।
एसपी के प्रतिनिधि ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात शनिवार को एसपी के महानगर अध्यक्ष डॉक्टर इमरान के नेृतत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। इसके बाद प्रतिनिधी मंडल ने एडीसीपी अनिल कुमार से मुलाकात की है। एसपी के प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस से पीड़ित परिवार के सुरक्षा की गुहार लगाई है। इसके साथ पुलिस पर आरोप लगाया है कि आरोपियों के खिलाफ मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। यदि गंभीर धाराओं में कार्रवाई की गई होती, तो भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होती। वहीं एसपी के प्रतिनिधि मंडल ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया है।