प्रशान्त ने बताया कि वो दुकान पर बाइक को ठीक कर रहे थे, तभी दिमाग में ख्याल आया कि क्यों न साइकिल में बैटरी का प्रयोग किया जाए। प्रयोग सफल रहा और इससे हमें हौसला मिला। जिसके बाद हमनें प्रदूषण मुक्त बाइक तैयार की। बताया कि हमनें इलेक्ट्रिक साइकिल, फोर्ड साइकिल व अपने नाना के लिए ई-रिक्शा बनाया। जो बेहद सस्ते उपकरणों से तैयार किया। इसके बाद साल भर तक रिसर्च करने के बाद बैटरी-पेट्रोल बाइक बनाने में सफलता मिली। अभी तक बाजार में बैटरी चलित बाइक उपलब्ध हैं लेकिन कुछ दूर चलने के बाद बैट्री डिस्चार्ज होने की समस्या उनकी मांग कम है। ऐसे में बैटरी-पेट्रोल बाइक अब लोगों के लिए मुफीद साबित होगी और पर्यावरण संरक्षण में भी उपयोगी होगी। इस बाइक की बैटरी को साढ़े तीन घंटे में फुल चार्ज करने के बाद करीब 80 से 90 किमी तक चलाया जा सकेगा।
प्रशांत ने बताया कि बाइक को बनाने के लिए हमनें एक पुरानी बाइक खरीदी। फिर इसमें हमनें अपने हाथ से बनाई गई लीथियम बैटरी लगाई। इस बैटरी में 117 लीथियम आयन लगे हैं, जिसकी बाजार में कीमत तकरीबन 22 हजार रुपये है, जबकि इसे सिर्फ आठ हजार रुपये में तैयार किया गया है। बाइक में 48 वोल्ट की मोटर लगी है, जो बैटरी से संचालित होती है। हैंडल के बाएं तरफ अलग से एक्सीलेटर दिया गया है जो सिर्फ बैटरी के लिए है। इसी के ऊपर एक स्विच लगा है जिसकी मदद से बैटरी डिस्चार्ज होने पर पेट्रोल से बाइक को चलाया जा सकेगा। इस तकनीक में कुल 25 हजार का खर्च आएगा।