पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम चनार निवासी सुखलाल दुग्गा ने पुलिस को बताया कि वह मां कमला बाई दुग्गा व छोटे भाई सुखचंद दुग्गा उम्र 38 वर्ष के साथ घर में तीनों रहते हैं। 14 सितम्बर की रात करीब 8 बजे छोटा भाई सुखचंद दुग्गा मां को शराब पीने के लिए पैसों की मांग करने लगा। मां ने पैसे देने से इन्कार किया तो दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। इतने में छोटा भाई मां के साथ
मारपीट करने लगा, बीच बचाव की कोशिश किया तो उसे भी धमकी दिया कि बीच में आया तो उसे जान से मार देगा। वह डर गया और घर से बाहर निकल गया, रात भर वह डर के कारण घर नहीं लौटा।
Murder Case: खून से लथपथ पड़ी थी मां
दूसरे दिन 15 सितम्बर को सुबह जब वह घर लौटा तो देखा कि उसकी मां खाट पर सोई हुई थी और उसका छोटा भाई घर पर नहीं था। उसे लगा कि वह आराम कर रही है उसे जगाना ठीक नहीं समझा और बकरी चराने के लिए जंगल की तरफ चला गया। शाम को जब वह बकरी चरा कर घर लौटा तब भी उसकी मां खाट पर सो रही थी। उसने जगाने की कोशिश नहीं किया और खुद भी अपने कमरे में सो गया। 16 सितम्बर की सुबह करीब 6 बजे जब वह उठा तब भी उसकी मां सोई हुई थी। इस बार वह उसके पास गया और आवाज लगाया लेकिन कोई आवाज नहीं आने पर वह डर गया और गांव में मुखिया समेत अन्य लोगों को बुलाकर घर ले गया। ग्रामीणों ने टार्च की रोशनी से देखा तो उसकी मां खून से लथपथ खाट पर पड़ी हुई थी। उसके सिर, चेहरे, गर्दन में गंभीर चोट आया था उसकी मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना दिया कि उसकी मां की
हत्या हो गई है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम पर भेज मामले की जांच में जूट गई।
प्लास्टिक कुर्सी एवं लात घुसों से मारा
पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पुछताछ किया तो उसने बताया कि वह अपनी मां से पैसों की मांग कर रहा था उसने नहीं दिया तो वह आवेश में आ गया और प्लास्टिक कुर्सी एवं लात घुसों से इतना मारा कि उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद वह शव को खाट में सुलाकर वहां से भाग गया।
शराब के लिए ले ली मां की जान
गांव वालो ने बताया कि आरोपी शराब की काफी ज्यादा आदि था उसे
शराब नहीं मिलने से पागलो जैसे हरकते करता था अकसर वह अपनी मां के साथ शराब पीने के पैसे को लेकर लड़ाई झगड़ा करता था। उसकी मां मृतिका किसी तरह काम मजदूरी कर घर चलाती थी आरोपी बेटा घर के पैसा छीनकर शराब पीता था। दिनभर शराब के नशे में धुत रहता था कोइ काम नही करता था। उल्टा घर में आकर पैसों के लिए लड़ाई करता रहता था।