CG Crime: 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा
बुजुर्ग बैगा झाड़ फूंक का काम करता था जिसके कारण पुलिस को संदेह था कि आरोपी आस पास का कोई हो सकता है जो किसी पुरानी रंजीश या जादू टोना के शक में हत्या किए है। इस दौरान पुलिस ने कुछ संदेहियों को हिरासत में लेकर पुछताछ शुरू किया तो हत्या की गुत्थी सुलझ गई और
हत्या में शामिल 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
मृतक के दोनों पैर, दोनों हाथ, गला एवं माथे में चोट के गहरे निशान व शरीर में कई जगह पर चोट के निशान थे। हत्या किसी धारदार हथियार व डंडो से पीट पीट की गई थी। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में जुटी और ग्रामीण व परिजनों से पुछताछ किया तो पता चला कि बुजुर्ग बैगा का काम करता था।
बैगा ने पिता पर किया जादू टोना
कुछ दिन पहले उसके भतीजे रंजीत उसेंडी के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने रंजीत उसेंडी को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो उसने बताया कि तीन साल पहले घर बनाते समय उसके पिता अचानक बीमार पड़ गए और उसकी मौत हो गई। सुगनू राम बैगा का काम करता था जिसके कारण उसे संदेह था कि बैगा ने पिता पर जादू टोना किया है जिसके कारण उसकी मौत हुई है। वह बैगा से रंजीश रखता था जिसके कारण उससे विवाद भी हुआ था। पुलिस ने रंजीत उसेंडी उम्र 22, प्रकाश दर्रो उम्र 22, सुनील उईके उम्र 21, अमित उईके उम्र 22, जगदीश उईके उम्र 23 और कौशल कुमार मरकाम उम्र 23 वर्ष को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
हत्या से पहले की दारू और मुर्गा की पार्टी
बैगा की हत्या की योजना बनाकर शनिवार को प्रकाश और सुनील बैगा के घर उसकी रेकी करने पहुंचे। जहां पर वह नहीं मिला तो वे लोग वापस आ गए और रविवार के दिन को चुना। शीतला मंदिर खेल मैदान के पास सुनील उईके का घर है वहां पर उस दिन वे लोग दारू मुर्गा की पार्टी किए। पार्टी में सुनील के सगे भाई जगदीश एवं अमित उईके भी शामिल था। इसके आलावा पार्टी में कौशल मरकाम, तुलेश्वर, सुनाराम, जानसिंग दर्रो भी आए थे। लेकिन सुनाराम, तुलेश्वर, जानसिंग पार्टी से जल्दी चले गए उन लोगों को हत्या की योजना के बारे में जानकारी नहीं थी।
लाठी, डंडा और टंगिया से ताबड़तोड़ हमला
CG Crime: रविवार की शाम रंजीत ने सुनील को फोन किया कि सुगनू राम शीतला मंदिर के पास से अपने घर तरफ जा रहा है जल्दी आओ उसे वहीं पर मारेंगे। सुनील घर से टंगिया लेकर प्रकाश के साथ शीतला मंदिर के पास गया वहां पर प्रकाश और रंजीत ने पास में पड़े बांस के डण्डें को उठाया और बैगा के पीछे जाकर तीनों ने लाठी डंडा और टंगिया से
ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
हमले के बाद जब बैगा खून से लथपथ नीचे गिर गया तो वे तीनों वहां से फरार हो गए और सुनील के घर पहुंचें जहां पर पार्टी कर रहे अन्य साथियों को बताए कि बैगा को मार दिए हैं पर जिंदा है या मर गया पता नहीं।