अपर कलक्टर केआर ओगरे को ज्ञापन सौंपकर उन्होंने बताया कि बीते 17 सितंबर 2017 को उसका पुत्र कल्याण यादव सुबह अपनी साइकिल से काम में जाने के लिए घर से निकला था, लेकिन वह लौटा नहीं। रात करीब 8 बजे उसके साथियों से पता चला कि उसका एक्सीडेंट हो गया है।
सूचना पाकर तत्काल वे अन्य परिजनों के साथ मौके पर गए, लेकिन वहा साइकिल नहीं थी, बल्कि मोटर साइकिल पड़ी थी। इससे उन्हें संदेह है कि उसके पुत्र की मौत को लेकर संदेह पैदा हो रहा है। उन्होंने भरोसा जताया कि मामले की निष्पक्ष जांच होने पर सच्चाई सामने आ जाएगी।
और इधर पत्नी मांग रही पति की मौत का न्याय
दूसरी घटना में करंट लगने से पिछले दिनों मजदूर योगेश्वर निर्मलकर की मौत हो गई थी। पत्नी का आरोप है कि इसके लिए ग्राम रावां का एक व्यक्ति जिम्मेदार है। उसके खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई है।
दूसरी घटना में करंट लगने से पिछले दिनों मजदूर योगेश्वर निर्मलकर की मौत हो गई थी। पत्नी का आरोप है कि इसके लिए ग्राम रावां का एक व्यक्ति जिम्मेदार है। उसके खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई है।
सोमवार को मृतक योगेश्वर निर्मलकर की बेवा ऐमीन बाई दरगहन ने जनदर्शन में पहुंचकर बताया कि उसका पति योगेश्वर ग्राम रावां में एक किसान के यहां ट्रैक्टर ड्राइवरी का काम करता था। बीते 27 जुलाई 2017 को उसकी बिजली करंट से मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने घटनास्थल से टुल्लू पम्प, वायर, टेप को जब्त किया। इसके बाद किसान ने ग्रामीणों के समक्ष बैठक में स्वीकार किया कि उसकी लापरवाही के कारण ही योगेश्वर की अकाल मौत हुई है। इसके एवज में उसने परिजनों को मुआवजा के बतौर 2 लाख 80 हजार रुपए देने का शपथ पत्र भी लिखकर दिया। इसके बाद अब वह अपनी बात से मुकर गया। पुलिस ने भी मामले की जांच को रोक दिया है। अपर कलक्टर ने पुलिस ने इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया है।