बीवी की बेदम पिटाई कर बेटे से कहा- ले जाओ अस्पताल, वापस लौटे तो मिली पति की लाश शिक्षक पंचायतों ने सांसद के समक्ष अपनी बात रखी कि शिक्षक को आरएमएसए, एसएसए या फिर शिक्षा विभाग के मद से वेतन प्राप्तकर्ता को 5 तारीख तक वेतन भुगतान हर महीने होना चाहिए। एकता मंच के जिला संयोजक नरेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया है कि संासद ने एकता मंच के प्रतिनिधि मंडल को अलग से चर्चा करने के लिए समय दिया। उन्होंने वेतन भुगतान की समस्या के निराकरण के लिए तत्काल शिक्षा सचिव से फोन पर चर्चा कर बताया कि अब वेतन भुगतान की समस्या को खत्म किया जाएगा और दिवाली के पूर्व लंबित वेतन भुगतान के उपरांत प्रत्येक माह समय पर वेतन मिलेगा।
एकता मंच द्वारा सांसद को एक मांग पत्र दी गई जिसमें शिक्षक पंचायतों को शिक्षाकर्मी भर्ती नियम 1997 एवं 2007 के अनुसार पदोन्नति से वंचित शिक्षक पंचायत को क्रमोन्नत वेतनमान मिलना चाहिए। अप्रशिक्षित व्याख्याता पंचायत के लिए बीएड प्रशिक्षण की व्यवस्था करने की मांग की गई। सांसद ने बताया कि जल्द ही इनकी प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी। वेतन कटौती को रोके जाने की बात भी उन्होंने कही। वर्ष 2008 से लेकर 2017 तक के समस्त लंबित एरियर्स के देयकों का भुगतान कराए जाने की मांग की गई है।
एकता मंच द्वारा पूर्व जिला शिक्षाधिकारी सतीष पाण्डेय द्वारा नियम विरूद्ध संलग्न किए गए व्याख्याता-शिक्षकों को उनके मूल शाला में भेजने की मांग की गई है। प्रतिनिधि मंडल में एकता मंच के संगठन प्रभारी व सचिव रामशरण चन्द्रवंशी, महेन्द्र सोनी, सुरेश वासनिक, गोपी सोनी, धर्मराज वर्मा, रजनीश श्रीवास्तव सहित अन्य पंचायत शिक्षक उपस्थित रहे।