न्यायिक हिरासत में भेजा
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) निशांत भारद्वाज ने बताया कि प्रकरण में गिरफ्तार मूलत: जालोर में सूरजपोल हरिजन बस्ती हाल कीर्तिनगर निवासी प्रवीण (19) पुत्र भीमाराम वाल्मिकी और मूलत: अलवर में बड़गांव हाल सांसी कॉलोनी निवासी अभिषेक वाल्मिकी (20) पुत्र कैलाशचन्द्र गुजराती को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भिजवा दिया गया। इनसे बलात्कार के दौरान पहने कपड़े जब्त किए गए हैं। फिलहाल जांच में किसी अन्य की भूमिका सामने नहीं आई है। पीड़िता ने दोस्त की भूमिका होने से भी इनकार किया है। दोनों आरोपी यहां अपनी चचेरी बहन व बड़ी मां के घर रहते हैं। पीडि़ता को नारी निकेतन भेजा गया है।
महिला सफाईकर्मी ने पूछा तो बोली- ‘पिता भर्ती हैं…’
पीड़िता आठवीं कक्षा की छात्रा है। वह कॉलोनी में रहने वाले चाचा-चाची के घर आने-जाने पर मां ने उसे डांट दिया था। इससे नाराज होकर वह रविवार शाम बिना बताए घर से निकल गई थी। वह अपने दोस्त के पास गई थी, लेकिन वह मिला नहीं। वह पैदल-पैदल निकली तो दोस्त रास्ते में मिल गया था। उसने घर लौटने के लिए काफी समझाइश भी की थी। फिर उसे मदद के लिए 50-100 रुपए भी दिए थे, लेकिन किशोरी ने दबाव डाला कि उसे महात्मा गांधी अस्पताल तक छोड़ दे। दोस्त ने उसे बाइक पर बैठाया और सिवांची गेट तक छोड़ा था। फिर वह अस्पताल गई, जहां महिला सफाईकर्मी ने उसे देख लिया था। किशोरी ने उसे अपना नाम-पता गलत बताया था और पिता के अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी दी थी। दूसरे दिन सुबह भी किशोरी को वहीं देखा तो महिला सफाईकर्मी ने उससे पूछा था कि वह अभी तक घर क्यों नहीं गई? तब पीड़िता ने उससे कहा था कि रात को दो युवकों ने उसके साथ बलात्कार किया था।
दोस्त रात को आया तो पीड़िता आरोपियों संग मिली
पीड़िता के दोस्त का भाई महात्मा गांधी अस्पताल में कार्यरत है। वह रात को अपने भाई के लिए खाना लेकर अस्पताल गया था। पीड़िता दोनों आरोपियों संग नजर आई थी। दोस्त ने पूछा तो पीड़िता ने कहा था कि उसने खाना खा लिया है और उसके बारे में घरवालों को मत बताना। फिर दोस्त अस्पताल से लौट आया था।
वारदातस्थल की तस्दीक
पुलिस दोनों आरोपियों को लेकर बुधवार सुबह अस्पताल पहुंची और वारदातस्थल की तस्दीक कर साक्ष्य जुटाए। आरोपियों ने वह जगह बताई जहां वो किशोरी से मिले थे और फिर कहां ले जाकर गैंग रेप किया था।