पुलिस के अनुसार नांदड़ा खुर्द गांव निवासी भंवरीदेवी (65) पत्नी दिवंगत मांगीलाल जाट, जाजीवाल जाखड़ान गांव निवासी दोहिती भावना (5) व लक्षिता (3) की हत्या की गई है। हत्यारे ने कुल्हाड़ी या अन्य धारदार हथियार से भंवरीदेवी के सिर व गर्दन में वार कर हत्या की। दोनों मासूम बहनों को मकान में बने टांके में डालकर मारा गया है। भंवरीदेवी की पुत्री संतोष (25) के सिर में भी कुल्हाड़ी घोंपी गई है। उसे घायल अवस्था में मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉ. सुनील गर्ग व अन्य चिकित्सकों ने रात को उसका ऑपरेशन कर कुल्हाड़ी निकाली। उसकी हालत गंभीर बताई जाती है। हत्या के दौरान भंवरीदेवी की पोती अनिक्षका (1) पुत्री अशोक जाट भी मौके पर थी, लेकिन वह सुरक्षित है। उसके कपड़ों व सिर पर खून के निशान पाए गए हैं। घायल संतोष अपनी दोनों बेटियों के साथ पीहर आई हुई थी।
पुलिस कमिश्नर राजेन्द्रसिंह, पुलिस उपायुक्त पूर्व आलोक श्रीवास्तव, एडीसीपी वीरेन्द्रसिंह, एसीपी पीयूष कविया मौके पर पहुंचे। तलाश के बाद टांके से मासूमों के शव बाहर निकलवाए गए। एफएसएल ने मौके से साक्ष्य जुटाए। छोटे बेटे पुखराज ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। रात को शव मोर्चरी भिजवाए गए।
दोनों पुत्रवधू अस्पताल से लौटीं तो खून ही खून नजर आया
भंवरीदेवी के दो पुत्र पुखराज व अशोक हैं। जो खेत में ही आमने-सामने अलग-अलग मकान में रहते हैं। भंवरी देवी छोटे बेटे पुखराज के साथ रहती थी। जो आरसीसी का कम करता है। अशोक जलदाय विभाग में हेल्पर है। दोनों अपने-अपने काम पर गए हुए थे। पुखराज की पत्नी गोमादेवी अपनी सोनाेग्राफी कराने के लिए दोपहर में अपनी जेठानी के साथ अस्पताल गई थी। गोमा का पांच साल का पुत्र भी साथ था। शाम पौने पांच बजे देवरानी-जेठानी घर लौटीं तो खून ही खून नजर आया। दरवाजा खोला तो कमरे में खून से लथपथ सास का शव मिला। दूसरे दरवाजे से अंदर गई तो पीछे वाले कमरे में ननद संतोष खून से लथपथ थी। उसके सिर में कुल्हाड़ी घुसी हुई थी और सांस चल रही थी। देवरानी जेठानी के चिल्लाने पर आस-पास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे।