पुलिस उपायुक्त (पूर्व) आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि यूएसडीटी की अवैध खरीद-फरोख्त में कुछ युवकों के लिप्त होने की सूचना मिली। आइपीएस और सहायक पुलिस आयुक्त पूर्व हेमंत कलाल के निर्देशन में महामंदिर थानाधिकारी शिवलाल मीणा के नेतृत्व में पुलिस ने तलाश शुरू की और मानजी का हत्था में दबिश देकर एसयूवी सवार करवड़थानान्तर्गत जाटों का बास निवासी मेघसिंह (28) पुत्र श्यामलाल जाट व कृष्ण कुमार (25) पुत्र पूनाराम जाट, बालोतरा जिले में मण्डलीथानान्तर्गतनगाणा निवासी मुकेश (23) पुत्र देवाराम व उसके भाई जितेन्द्र (22) को पकड़ा गया। पूछताछ करने पर आरोपियों ने यूएसडीटी की खरीद-फरोख्त में लिप्त होने की जानकारी दी। जिस पर चारों को गिरफ्तार किया गया।
तलाशी लेने पर इनके कब्जे से विभिन्न बैंकों के 53 एटीएम-डेबिट कार्ड, दो स्वेप मशीन, नौ चेक बुक, 76,440 रुपए, मोबाइल से 4779 यूएसडीटी व चार मोबाइल जब्त किए गए। एसयूवी भी जब्त की गई। इनसे मिले बैंक खातों की जांच में करोड़ों रुपए के लेन-देन का हिसाब मिला है।
किराए के बैंक खातों से क्रिप्टो करंसी की खरीद
थानाधिकारी शिवलाल मीणा ने बताया कि आरोपी अनेक बैंक खातों का उपयोग कर रहे थे। इनमें से अधिकांश बैंक खाते किराए पर ले रखे हैं। यानि खाता धारकों को लेन-देन के बदले कमीशन दिया जाता था। इनकी जांच में करोड़ों रुपए की यूएसडीटी की खरीद-फरोख्त की गई थी।
अनेक राज्यों में 13 लाख रुपए की ठगी की शिकायतें
पुलिस का कहना है कि आरोपियों के मोबाइल नम्बर के आधार पर जांच की गई तो कई शिकायतें सामने आईं। इनके खिलाफ देशभर के अनेक राज्यों में 13 लाख रुपए की ठगी की शिकायतें हैं।