पुलिस उपायुक्त पूर्व आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि महामंदिर प्रथम पोल के पास दिल्ली नम्बर की कार में सवार कुछ युवकों के यूएसडीटी की अवैध खरीद-फरोख्त में लिप्त होने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची और कार रोककर दिनेश, धीरज व सुनील को हिरासत में लिया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी किराए पर बैंक खाते लेकर भारतीय मुद्रा से यूएसडीटी खरीदने में लिप्त होने का पता लगा। तलाशी लेने पर दिनेश के पास विभिन्न बैंकों की 16 चेक बुक, 6 पास बुक, 26 एटीएम-डेबिट कार्ड, एक मोबाइल, धीरज से दो एटीएम कार्ड व एक मोबाइल और सुनील से एक डेबिट कार्ड व एक मोबाइल जब्त किया गया।
पुलिस कार्रवाई का विरोध करने पर ओसियां थानान्तर्गत खाबड़ा खुर्द निवासी दिनेश 22 पुत्र गोरधनराम जाट, भगत की कोठी में पाली रोड पर विद्यानगर निवासी धीरज (33) पुत्र रामलाल और फलोदी जिले में जैसला गांव निवासी सुनील (25) पुत्र ओमप्रकाश बिश्नोई को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। कार्यपालक मजिस्ट्रेट से जमानत मिलने के बाद पुलिस ने दर्ज एफआइआर में तीनों को गिरफ्तार किया गया। कार्रवाई में थानाधिकारी शिवलाल मीना, साइबर सैल के एएसआइ राकेशसिंह, सुरेशचन्द्र, हेड कांस्टेबल खेतसिंह, कांस्टेबल बंशीलाल, रामनिवास, विश्वदीपसिंह, गीता व सुरेश बिश्नोई शामिल थे।
किराए के खातों से यूएसडीटी की खरीद-फरोख्त
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बैंक खाते किराए पर लेकर उसमें जमा होने वाले रुपए से यूएसडीटी की खरीद-फरोख्त कर रहे थे। भारतीय मुद्रा को यूएसडीटी में कन्वर्ट किया जा रहा था। दिनेश के पास विभिन्न बैंकों की चेक व पास बुक मिली।
तीन राज्यों के चार मामलों में 35 लाख की ठगी
थानाधिकारी शिवलाल मीना ने बताया कि आरोपी आंध्र प्रदेश, तेलंगाना व कर्नाटका में चार मामले दर्ज हैं। इनके मार्फत 35 लाख रुपए की साइबर ठगी का आरोप है। गिरोह में शामिल अन्य लोगों के संबंध में जांच की जा रही है।