आर्मी एरिया में मां और मासूम बेटी का जला हुआ मिला शव, पुलिस को हत्या का अंदेशा
2011 में शुरु की मुहिम पीपाड़ नगर पालिका में वार्ड संख्या 10 से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीते पार्षद खलीफा ने 2011 में जहरीले सांपों को बचाने की मुहिम शुरू की। जैसे जी उनको सर्प निकलने की सूचना मिलती है, वह मौके पर पर पहुंचकर रेस्क्यू शुरु कर देते हैं। सांपों को बचाने का काम खलीफ निशुल्क करते हैं, लेकिन यदि कोई परिवार स्वेच्छा से कुछ राशि भेंट कर भी देता है तो खलीफा इस राशि का उपयोग गरीब परिवारों में राशन सामग्री वितरण में करते हैं। पार्षद खलीफा को ऐसे कार्यों के लिए प्रशासन की ओर से सम्मानित भी किया जा चुका है।नौकरी लगने के महज 88 दिन में ही हुआ कुछ ऐसा, सेना में हेल्थ निरीक्षक ने ट्रेन से कटकर दे दी जान
दो बार हॉस्पिटल पहुंचे खलीफा ने बताया कि रेस्क्यू के दौरान उन्हें दो बार जहरीले जीवों ने काट लिया था। उपचार के लिए अस्पताल जाना पड़ा। पहली बार पीपाड़ सिटी में रैटल स्नेक ने काट लिया, जबकि एक बार घर में घुसे चंदन गोयरा की बाइट का शिकार हुए, लेकिन उन्होंने इन जीवों को बचाने का काम निरंतर जारी रखा।जहरीले सांपों के रेस्क्यू का खलीफा अपने फेसबुक अकाउंट पर लाइव करते हैं। इस दौरान रेस्क्यू किए जा रहे सांप की प्रजाति एवं जहरीले जीवों से बचाव की जानकारी देते हैं। साथ ही सांपो को बचाने का आह्वान करते रहते हैं।