अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) भोपालसिंह लखावत ने बताया कि प्रकरण में जोधपुर के नंदनवन में सूरज नगर निवासी पावर क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के मैनेजर धर्मेन्द्रसिंह सिंगोनिया और कन्ट्रोल डायरेक्टर व पत्नी कविता को गिरफ्तार किया गया है। जिला विशेष टीम डीएसटी के कांस्टेबल सुरेश कुमार की सूचना पर पुलिस ने सघन तलाश के बाद दोनों को रायपुर में हिरासत में लिया। जोधपुर लाकर पूछताछ करके दोनों को गिरफ्तार किया गया।
गुजरात, महाराष्ट्र व कर्नाटक में छिपे
पुलिस का कहना है कि निवेश के नाम पर आमजन से गाढ़ी कमाई सोसायटी की विभिन्न शाखाओं में जमा की गई थी। फिर वर्ष 2019 में सभी शाखाएं बंद कर आरोपी फरार हो गए थे। गिरफ्तार दम्पती ने गुजरात, महाराष्ट्र व कर्नाटक में नाम व पते बदलकर फरारी काटी थी। इनको पकड़ने के लिए 20-20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। शाखा प्रबंधक व अन्य ने दर्ज कराई थी 5 एफआइआर
गत 30 जून 2021 को सोसायटी के शाखा प्रबंधक पदमसिंह ने बिलाड़ा थाने में धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज कराई थी। आरोप है कि सोसायटी वर्ष 2019 में अपनी सभी शाखाएं बंद कर गायब हो गई थी। उसका 15 माह का वेतन व इंसेटिव बकाया था। साथ ही सोसायटी में जमा आमजन की गाढ़ी कमाई भी नहीं लौटाई थी। 11 अगस्त 2021 को बगदाराम और तीन अन्य ने भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था।