कविता के बड़े भाई प्रेम कांकड़ हैं जो आईआईटी, खड़गपुर से पासआउट हैं। दूसरे भाई हरीश भी एनआईटी कालीकट से बीटेक कर चुके हैं जो फिलहाल एक निजी कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं।
हर माता-पिता की तरह कविता के अभिभावक ने भी उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए जी तोड़ मेहनत की। अब उनकी बेटी ने हर सपने साकार कर दिखाएं हैं। आखिरकार जोधपुर निवासी कविता चौधरी की मेहनत और पिता के त्याग का ही नतीजा है कि उनका आज गूगल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर चयन हुआ है।
बता दें कि जोधपुर की कविता चौधरी को गूगल की ओर से बेंगलुरू ऑफिस में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर काम करने का ऑफर मिला है। ज्वाइनिंग करने के लिए वह बेंगलुरू रवाना हो गई हैं। आज उनपर सभी को नाज है।
रंग लाई जी तोड़ मेहनत
कविका चौधरी का गूगल में पहला इंटरव्यू जून 2024 में हुआ। तकरीबन 7 से 8 राउंड इंटरव्यू होने के बाद अगस्त 2024 में अंतिम इंटरव्यू हुआ। जिसके चार दिन बाद ही गूगल की तरफ से ज्वाइनिंग लेटर मिल गया। बैंगलुरु स्थित गूगल कंपनी में उन्हें सॉफ्टवेयर इंजीनियर (SDE-II) के पद पर हायर किया गया है। बता दें कि गूगल में सैलरी लाखों से कम नहीं होती है। ऐसे में उनके माता-पिता को अपनी बेटी कविता पर गर्व है।
कविता के घर पहुंच रहे लोग
इस खुशखबरी को सुनते ही आसपास के लोग उनके घर बधाइयां देने पहुंच रहे हैं। उनके परिवार और रिश्तेदारों में खुशी की लहर है। बता दें कि बाड़मेर जैसलमेर सांसद उम्मेदराम बेनीवाल, बायतु विधायक हरीश चौधरी, पचपदरा विधायक अरुण चौधरी, पूर्व मंत्री मदन कौर समेत कई गणमान्य लोगों ने कविता को उसकी सफलता पर बधाई दी है।