वहीं जून महीने की बात करें तो बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के चलते राजस्थान में जोरदार बरसात हुई थी। इसके बाद जुलाई में ऐसी मानसूनी बारिश हुई कि कई सालों का रिकॉर्ड टूट गया। मौसम में उस बदलाव से किसानों को बड़ी राहत मिली थी, लेकिन अब बारिश नहीं होने से किसान परेशान दिख रहे हैं। इस महीने में अभी 5 दिन बाकी हैं, लेकिन बरसात होने के आसार नहीं हैं। ऐसे में बरसात का आंकड़ा महीने के आखिर में भी 30.4 मिमी ही बना रहेगा।
मासून सीजन की शुरुआत जुलाई महीने में ही बांध ओवरफ्लो हो गए थे। कुछ बांधों के गेट भी खोले गए। अब बांधों का जलस्तर लगातार घट रहा है। बीसलपुर बांध में 9 दिन में 9 सेंटीमीटर पानी कम हुआ है। बारिश नहीं होने से फसलों पर संकट आ सकता है। जून जुलाई में हुई अच्छी बरसात के बाद किसानों ने खरीफ की सफल की बुवाई की थी। सरकार की ओर से तय किए गए 16468 हैक्टेयर की तुलना में 16300 हैक्टेयर बुवाई 23 अगस्त तक हो चुकी है। ऐसे अब फसलों की सिंचाई के लिए भी पानी की आवश्यकता होगी। भरपूर पानी नहीं मिला तो फसलें भी सूख सकती हैं।