अभियान को प्रभावी बनाने के लिए मुख्यालय ने सभी कार्यालयों को गबन, चोरी या नुकसान की जानकारी देने के भी निर्देश दिए हैं। यदि हुआ तो यह बताना होगा कि उसकी भरपाई कैसे होगी। यह भी बताना होगा कि कितने स्वीकृत और कार्यशील ठेकेदार हैं और कितनों के विरुद्ध कार्रवाई हो चुकी है। ऑडिट आक्षेप भी बताने होंगे। कार्यालय में पड़े अवांछित सामान की भी जानकारी देनी होगी।
मुख्य अभियंता अपने अधीन अतिरिक्त मुख्य अभियंता अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता और सहायक अभियंता स्तर के कार्यालय का निरीक्षण करेंगे। संबंधित अभियंता अपने अधीन कार्यालय का निरीक्षण करेंगे। यह काम पहले देखे गए
– कार्यालय की भौतिक स्थिति
– पेयजल आपूर्ति की स्थिति इनका कहना है ‘निरीक्षण अभियान का यह दूसरा साल है। नए शेडयूल के हिसाब से दिसम्बर तक यह अभियान चलेेगा। इसके लिए जल्द ही शुरू किया जाएगा।
– जयसिंह चौधरी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, जोन जोधपुर।