इसके बाद शुक्रवार सुबह एक बार फिर तलाशी अभियान चलाया गया। गोताखोर दाऊलाल मालवीय, भरत चौधरी, कमलेश, इंद्र, ओमप्रकाश और एनडीआरएफ की टीम ने करीब एक घंटे के बाद शव को बाहर निकाल लिया। मृतक की पहचान सामराऊ गांव मनफूल के तौर पर हुई है। टीम का कहना है कि छात्र कायलाना झील घूमने के लिए आया था। इस दौरान वह पानी के किनारे खड़े होकर फोटो खींच रहा था। तभी पांव फिसलने के चलते वह पानी में डूब गया।
इससे पहले प्राइवेट कम्पनी में मार्केटिंग करने वाला एक युवक गुरुवार को कायलाना झील में डूब गया। गोताखोरों ने उसका शव बाहर निकाल राजीव गांधी नगर थाना पुलिस को सौंपा। परिजन का कहना है कि सेल्फी लेने के प्रयास में पानी में डूब गया। वहीं, पुलिस को अंदेशा है कि सेल्फी लेने के दौरान पानी में गिरने से उसकी मौत हुई है। एएसआइ पाबूदानसिंह ने बताया कि बालेसर सत्ता निवासी शाहरूख (25) पुत्र अयूब खां नमकीन बनाने वाली कम्पनी में मार्केटिंग का कार्य करता था। वह सुबह कम्पनी के कार्य से बाइक लेकर जोधपुर आया था। दोपहर में वह बाइक पर गांव लौट रहा था। कम्पनी में उसके साथी कार में अलग रास्ते से रवाना हुए। रास्ते में शाहरुख कायलाना झील रुक गया।
इस दौरान वह पानी के नजदीक पहुंचा, जहां से वह पानी में जा गिरा और उसकी मौत हो गई। गोताखोर दाऊलाल मालवीय, भरत चौधरी, इंदर कुमार, रामू और कानाराम ने मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस की सूचना पर परिजन जोधपुर पहुंचे। चाचा सिकंदर की तरफ से मर्ग दर्ज करने के बाद शव परिजन को सौंपा गया। परिजन का कहना है कि सेल्फी लेने के दौरान शाहरुख पानी में गिर गया और उसकी मौत हो गई। नौकायन चालक ने झील के किनारे एक बैग देखा तो किसी के डूबने की आशंका जताई। गोताखोर मौके पर आए तो बैग के साथ ही कुछ दूरी पर चप्पल जोड़ी, मोबाइल, रुपए व परिचय पत्र रखे नजर आए। इतने में मोबाइल में शाहरूख की पत्नी का फोन आ गया। उन्होंने पुलिस को सूचित किया। गोताखोरों ने तलाश कर उसे बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मोबाइल, चप्पल, रुपए व दस्तावेज बाहर रखे होने से आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है।