जोधपुर पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी नांदड़ा खुर्द गांव निवासी दिनेश है। आरोपी दिनेश ऑनलाइन जुआ खेलने का आदी है। वह जुए में बड़ी राशि हार गया था। आरोपी चोरी करने की नीयत से भंवरी देवी के घर पर पहुंचा और कुल्हाड़ी से वार कर भंवरी देवी को मौत के घाट उतार दिया।
इस दौरान भावना व लक्षिता ने उसे देख लिया और वह रोनी लगी। इसके बाद हत्यारे ने दोनों मासूम बहनों को मकान में बने टांके में डालकर मारा डाला। जब घर के अंदर वाले कमरे में पहुंचा तो वहां भंवरी देवी के बेटी संतोष सो रही थी। आरोपी ने कुल्हाड़ी से संतोष के सिर पर वार कर दिया। कुल्हाड़ी संतोष के सिर में फंस गई तो उसने वहीं छोड़कर वहां से तुरंत भाग गया।
गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
गंभीर घायल संतोष को मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसका ऑपरेशन कर कुल्हाड़ी निकाली। उसकी हालत गंभीर बताई जाती है। हत्या के दौरान भंवरीदेवी की पोती अनिश्का (1) पुत्री अशोक जाट भी मौके पर थी, लेकिन वह सुरक्षित है। उसके कपड़ों व सिर पर खून के निशान पाए गए हैं। घायल संतोष अपनी दोनों बेटियों के साथ पीहर आई हुई थी।
दोनों पुत्रवधू अस्पताल से लौटीं तो खून ही खून नजर आया
भंवरी देवी के दो पुत्र पुखराज व अशोक हैं। जो खेत में अलग-अलग मकान में रहते हैं। भंवरी देवी छोटे बेटे पुखराज के साथ रहती थी। जो आरसीसी का कम करता है। अशोक जलदाय विभाग में हेल्पर है। दोनों अपने-अपने काम पर गए हुए थे। पुखराज की पत्नी गोमा देवी अपनी सोनोग्राफी कराने के लिए दोपहर में अपनी जेठानी के साथ अस्पताल गई थी। गोमा का पांच साल का पुत्र भी साथ था। शाम पौने पांच बजे देवरानी-जेठानी घर लौटीं तो खून ही खून नजर आया। दरवाजा खोला तो कमरे में खून से लथपथ सास का शव मिला। दूसरे दरवाजे से अंदर गई तो पीछे वाले कमरे में ननद संतोष खून से लथपथ थी। उसके सिर में कुल्हाड़ी घुसी हुई थी और सांस चल रही थी। देवरानी जेठानी के चिल्लाने पर आस-पास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे।