सहायक पुलिस आयुक्त (केन्द्रीय) मंगलेश चूण्डावत ने बताया कि रेजीडेंसी रोड पर सूर्या कॉलोनी निवासी विजयराज जैन ने 20 मार्च 2016 को एफआइआर दर्ज कराई थी। आरोप था कि वो नई सड़क पर एसबीबीजे के एटीएम में रुपए निकालने गए थे, लेकिन राशि नहीं निकली। उन्होंने केंिसल का बटन दबाने का प्रयास किया था, लेकिन वो भी खराब था। इस पर वो एटीएम से निकल गए थे। कुछ देर बाद एटीएम से 20 हजार रुपए निकालने का एसएमएस आया। तब उन्हें किसी व्यक्ति के खाते से रुपए निकालने का पता लगा। इस पर उन्होंने सदर बाजार थाने में धोखाधड़ी व चोरी का मामला दर्ज कराया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने पाली जिले में सोजत सिटी के कबाड़ाबाड़ी निवासी दिनेश पुत्र मांगीलाल माली व बिहार में गया निवासी संतोष उर्फ विकास पुत्र कैलाश उर्फ हेमराज यादव को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में गया निवासी अजय प्रसाद की भूमिका सामने आई थी, लेकिन वो फरार हो गया था। तलाश के बावजूद वह पकड़ में नहीं आ पा रहा था। तब कोर्ट ने उसे मफरूर घोषित किया था। वह खाण्डा फलसा थाने में दर्ज धोखाधड़ी के तीन मामलों में भी वांछित है। ऐसे में उस पर पांच हजार व दो हजार रुपए के इनाम घोषित किए गए थे।
पर्यटकों को घुमाने के बहाने बुलाया
गया में तलाश के बाद उसके दिल्ली में कार टैक्सी चलाने की सूचना मिली। पुलिस दिल्ली पहुंची और तलाश शुरू की। थानाधिकारी गोविंदराम के निर्देशन में हेड कांस्टेबल हीराराम व कांस्टेबल दिनेश ने दिल्ली की एक होटल के संचालक से आरोपी को कॉल करवाया। पर्यटक को दिल्ली घुमाने के लिए टैक्सी लेकर होटल बुलाया, जहां पहुंचते ही पुलिस ने बिहार में गया निवासी अजय प्रसाद (28) पुत्र लेखा प्रसाद को पकड़ लिया। उसे जोधपुर लाकर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया।