वहीं दूसरी तरफ शिव के निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) भी मंगलवार सुबह अचानक जोधपुर पहुंचे। यहां सीएम के आने से पहले मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अपने समर्थकों के साथ बातचीत के बाद लोकसभा चुनाव में उतरने का फैसला करेंगे। पिछले लंबे समय से भाटी के बाड़मेर से लोकसभा चुनाव में उतरने के कयास लगाए जा रहे हैं। भाजपा लगातार उनको मनाने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री जब जोधपुर में बैठक खत्म कर उदयपुर के लिए रवाना हुए तो स्टेट प्लेन में विधायक भाटी भी उनके साथ गए। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा ने यह डैमेज भी कंट्रोल कर लिया है। गौरतलब है कि सोमवार को शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी की जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ बैठक हुई। रविन्द्र सिंह के समर्थन को लेकर करीब एक घंटा बैठक हुई। भाटी ने अभी इस फैसले को अपने समर्थकों से विचार विमर्श पर टाल दिया है।
इससे पहले मंगलवार को लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गढ़ में भाजपा ने सेंधमारी करते हुए गहलोत के करीबी हनुमान सिंह खांगटा और पप्पूराम डारा को भाजपा ज्वाइन करवाई है। मेडिकल कॉलेज में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में दोनों नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। आने वाले चुनाव में राजपूत और बिश्नोई वोट बैंक के हिसाब से दोनों नेताओं का भाजपा में जाना बड़ा कदम माना जा रहा है।