दोनों ही प्रत्याशियों की ओर से दिए गए हिसाब के अनुसार कांग्रेस प्रत्याशी ने 6 हजार रुपए रुपए की चाय पिलाई, जबकि शेखावत ने इससे पांच गुना ज्यादा यानि 31 हजार 840 रुपए की चाय पिलाई है। हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी ने 9 हजार 470 रुपए के नमकीन भी खिलाए हैं। इसके अलावा भाजपा प्रत्याशी ने 16 हजार 240 रुपए का पानी पिलाया, तो कांग्रेस प्रत्याशी ने 15 हजार 800 रुपए का।
25 हजार से हुई थी शुरुआत
1952 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में किसी भी प्रत्याशी के लिए चुनावी खर्च की अधिकतम सीमा 25 हजार तक की गई थी। बीते लोकसभा चुनाव 2019 तक लगातार बढ़ते हुए यह सीमा 70 लाख रुपए तक पहुंची। इस बार खर्च सीमा 25 लाख रुपए बढ़ाकर 95 लाख कर दी गई है। खर्च की गिनती उम्मीदवार के नामांकन दाखिल करने से हो रही है। चुनाव खर्च के लिए अलग से बैंक खाता खुलवाना पड़ाता है।