दरअसल, कांग्रेस प्रत्याशी करणसिंह उचियारड़ा के बेटे से मारपीट के बाद बवाल मचा, जो देर रात तक देखने को मिला। कांग्रेस प्रत्याशी करणसिंह उचियारड़ा शाम करीब 6 बजे अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे। जिससे पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठे लोगों से समझाइश की। लेकिन, कांग्रेसी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े रहे। करीब 4 घंटे बाद कांग्रेस और पुलिस के बीच सहमति बनी। कांग्रेस प्रत्याशी करणसिंह उचियारड़ा ने पुलिस को मंगलवार तक का अल्टीमेटम दिया। साथ ही चेतावनी दी कि अगर चार दिन में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं किया तो फिर से धरना देंगे। पुलिस के आश्वासन के बाद रात करीब 11 बजे कांग्रेस प्रत्याशी करणसिंह उचियारड़ा का धरना खत्म हुआ।
जोधपुर में क्यों मचा बवाल
पुलिस के अनुसार न्यू बीजेएस कॉलोनी की बालिका स्कूल में मतदान बूथ पर शाम पौने छह बजे एक व्यक्ति वोट देने जा रहा था। फर्जी मतदान का अंदेशा होने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उसे रोक लिया व पर्ची फाड़ दी। कुछ ही देर में युवक के समर्थक आ गए। दूसरे पक्ष से भी कांग्रेस प्रत्याशी का पुत्र व भतीजा और अन्य समर्थक मौके पर आए और आमने-सामने हो गए।
विवाद बढ़ने पर कुछ समर्थकों ने पथराव शुरू कर दिया। जिससे दो-तीन जनों के चोट आईं और दो-तीन वाहनों के शीशे फूट गए। इससे अफरा-तफरी सी हो गई। बूथ पर तैनात अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेन्द्र दिवाकर के नेतृत्व में पुलिस बाहर आई और दोनों पार्टियों के समर्थकों को अलग-अलग कर खदेड़ दिया।
5 घंटे तक धरने पर बैठे रहे कांग्रेसी
कुछ ही देर में पास वाली गली में दोनों पार्टियों के समर्थक एक बार फिर आमने-सामने भिड़ गए। एक पक्ष के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी करणसिंह उचियारड़ा के पुत्र से मारपीट कर दी। इससे बवाल हो गया। डीसीपी पूर्व आलोक श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए। भारी संख्या में कांग्रेस समर्थक मौके पर पहुंच गए और हंगामा व नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस प्रत्याशी करणसिंह, महापौर कुंती देवड़ा, कांग्रेस नेता राजेन्द्रसिंह सोलंकी भी मौके पर आए और धरना देकर बैठ गए। वे आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करने लगे। देर रात तक समझाइश के बाद करीब 5 घंटे बाद धरना खत्म हुआ।
भारी पुलिस व आरएसी तैनात
विवाद का पता लगते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। मामला बढ़ने पर पुलिस व आरएसी का अतिरिक्त जाब्ता बुला लिया गया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया, लेकिन कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता नहीं माने। ऐसे में भारी पुलिस व आरएसी तैनात कर दी गई। धरने के लिए पहले दरियां और फिर लाइटें लगाकर बिस्तर मंगवाए गए।
पुलिस को दिया मंगलवार तक अल्टीमेटम
कांग्रेस प्रत्याशी करणसिंह का कहना है कि बूथ पर सुबह से फर्जी मतदान की शिकायतें मिल रही थी। मकान में बाहरी युवक मौजूद थे। जो बार-बार मतदान कर रहे थे। पुत्र की सूचना पर मौके पर पहुंचा। तीन लोगों के नाम पुलिस को बताए गए हैं। लेकिन, गिरफ्तारी नहीं हुई। करीब 5 घंटे तक धरने पर बैठने के बाद अब पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधिकारियों को मंगलवार तक का अल्टीमेटम दिया गया है।