विस्तारा एयरलाइंस 29 अक्टूबर से जोधपुर से दिल्ली और मुंबई के लिए अपनी सेवाएं शुरू कर रही है। कम्पनी ने वेबसाइट के साथ अपने मोबाइल एप पर भी बुकिंग शुरू कर रही है। मुंबई-जोधपुर का किराया 4848 रुपए रखा गया है। स्पाइस जेट की जोधपुर-दिल्ली फ्लाइट 27 अक्टूबर से शुरू हो रही है। यह शाम की फ्लाइट है। इसका किराया करीब 3500 रुपए रखा गया है। स्पाइस जेट की जोधपुर-पुणे फ्लाइट बीस नवम्बर से शुरू होगी। इसका किराया करीब 4000 रुपए है। पुणे से सुबह 11.35 बजे विमान रवाना होकर दोपहर 1.25 पर जोधपुर आएगा जो वापस 1.40 बजे उडकऱ 3.25 बजे पुणे पहुंचेगा। इसके अलावा इंडिगो भी 27 अक्टूबर को जोधपुर-बेंगलुरू के मध्य अपनी विमान सेवा शुरू करने जा रहा है। इंडिगो की दिल्ली, मुंबई और अहमदाबाद के मध्य पहले से ही विमान सेवाएं संचालित है। एयर इंडिया केवल दिल्ली और मुंबई के लिए ही फ़्लाइट संचालित कर रहा है।
किराए में राहत
केवल एयर इंडिया की दिल्ली व मुंबई के लिए फ्लाइट होने की वजह से जून से लेकर अगस्त तक किराया 8 हजार से 12 हजार रुपए तक था। कई बार किराया 18 हजार रुपए तक भी पहुंचा। अब फ्लाइट अधिक होने से यात्रियों को राहत मिलेगी।
केवल एयर इंडिया की दिल्ली व मुंबई के लिए फ्लाइट होने की वजह से जून से लेकर अगस्त तक किराया 8 हजार से 12 हजार रुपए तक था। कई बार किराया 18 हजार रुपए तक भी पहुंचा। अब फ्लाइट अधिक होने से यात्रियों को राहत मिलेगी।
30 मार्च तक विमानों का मेला
जोधपुर एयरपोर्ट पर सुबह से लेकर शाम तक विमानों का यह मेला पर्यटन सीजन खत्म होने तक 30 मार्च तक चलेगा। इसके बाद एयर इंडिया को छोडकऱ किसी भी एयरलाइंस कम्पनी ने अपना शेड्यूल नहीं दिया है। उधर एयरपोर्ट विस्तार का काम तेजी से चल रहा है, जिसके कारण अगले साल तक चार की जगह सात जहाजों के पार्र्किंग की जगह उपलब्ध हो सकेगी। गौरतलब है कि इस साल तीस मार्च के बाद जोधपुर से नौ फ्लाइट बंद हो गई थी। केवल एयर इंडिया की दो फ्लाइट बची। हज यात्रा में एयर इंडिया के जहाज व्यस्त होने के कारण जुलाई-अगस्त में तो ऐसा कई बार हुआ जब एयरपोर्ट पर न तो कोई फ्लाइट आई और न ही गई। एयरपोर्ट के इतिहास में नो फ्लाइट डे घोषित करना पड़ा।
जोधपुर एयरपोर्ट पर सुबह से लेकर शाम तक विमानों का यह मेला पर्यटन सीजन खत्म होने तक 30 मार्च तक चलेगा। इसके बाद एयर इंडिया को छोडकऱ किसी भी एयरलाइंस कम्पनी ने अपना शेड्यूल नहीं दिया है। उधर एयरपोर्ट विस्तार का काम तेजी से चल रहा है, जिसके कारण अगले साल तक चार की जगह सात जहाजों के पार्र्किंग की जगह उपलब्ध हो सकेगी। गौरतलब है कि इस साल तीस मार्च के बाद जोधपुर से नौ फ्लाइट बंद हो गई थी। केवल एयर इंडिया की दो फ्लाइट बची। हज यात्रा में एयर इंडिया के जहाज व्यस्त होने के कारण जुलाई-अगस्त में तो ऐसा कई बार हुआ जब एयरपोर्ट पर न तो कोई फ्लाइट आई और न ही गई। एयरपोर्ट के इतिहास में नो फ्लाइट डे घोषित करना पड़ा।