नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने जोधपुर सर्किट में पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में कहा कि प्रदेश के मुखिया लगातार जोधपुर सांसद केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत पर हमलावर है, लेकिन यह बदले की राजनीति है। राठौड़ ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि यह मामला वर्ष 20219 का है यदि उनके पास सबूत होते तो बहुत पहले ही कार्रवाई कर चुके होते। उच्च न्यायालय की खण्डपीठ में भी यह बात पाक साफ हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि केवल पुत्र की हार को मुख्यमंत्री पचा नहीं पा रहे हैं। इस हार का बदल लेने की राजनीति के लिए जिस प्रकार से सरकारी एजेंसी का दुरूपयोग मुख्यमंत्री कर रहे है, यह उनको काफी महंगा साबित होने वाला है।
भर्तियों पर प्रश्नचिन्ह
शिक्षक भर्ती मामले में आरपीएससी के सदस्य कटारा के पकड़े जाने के मामले में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार की लगभग सभी भर्तियां सवालों के घेरे में है। आरपीएससी संवैधानिक संस्था है, इसमें भी भ्रष्टाचार होना सरकार की सभी भर्तियों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक करने का सरगना यदि यह कहे कि उसे यह पेपर आरपीएससी के सदस्य ने दिया है तो इससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता।
सत्ता में आने पर जांच
राठौड़ ने कहा कि आने वाले समय में जब कभी भी मौका मिलेगा, हम इसकी न्यायिक जांच करवाएंगे। उन्होंने दावा किया कि सरकार का जना तय हैं। सरकार की इन्ही विफलताओं को जनता के सामने लाने के लिए भाजपा अलग-अलग क्षेत्रों में जन आक्रोश महाघेराव कर रही है। इन घेरावों में आम जनता की सहभागीता इशारा कर रही है कि गहलोत सरकार चंद दिनों की मेहमान है।