वहीं मानसून की सक्रियता से गुरुवार दोपहर बाद शहर में असमान बरसात (Heavy Rain Alert) हुई। महामंदिर से आगे मंडोर तक झमाझम बारिश हुई, वहीं शहरी क्षेत्र को हल्की बरसात से ही संतोष करना पड़ा। मंडोर में पनाळे चल पड़ी। एयरफोर्स स्थित मौसम विभाग ने शाम साढ़े पांच बजे तक 3.7 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की, वहीं लाल सागर स्थित सिंचाई विभाग कार्यालय ने 17 मिलीमीटर बारिश मापी गई। सुरपुरा बांध पर 8 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। जिले के ग्रामीण हिस्सों में भी बरसात के समाचार है। मौसम विभाग के अनुसार अगले चार-पांच दिनों तक बरसात की संभावना है। सप्ताहांत में संभाग के कुछ हिस्सों में भारी बरसात भी हो सकती है।
सूर्यनगरी में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रहा। आपेक्षिक आद्रता 8.5 से 5.5 के मध्य होने की वजह से दिनभर उमस रही। शहरवासी उमस से बेहाल रहे। दोपहर में तापमान 36.3 डिग्री तक पहुंचा। अपराह्न साढ़े चार बजे अचानक से मौसम बदला। घने काले बादलों की आवाजाही और ठंडी हवा के साथ बौछारें गिरी, लेकिन बरसात का स्तर असमान रहा। पावटा से मंडोर की तरफ तेज बारिश रही, वहीं पावटा से रातानाडा, जालोरी गेट, भीतरी शहर, सरदारपुरा और शास्त्रीनगर जैसे इलाकों में सामान्य बारिश ही हुई। शाम को उमस से लोग बेहाल होते रहे।
प्रदेश में अब तक 130 प्रतिशत अधिक बारिश प्रदेश में एक जून से लेकर अब तक 180.3 मिमी बरसात (Heavy Rain Alert) हो चुकी है जबकि इस दौरान सामान्य बारिश का औसत 78.4 मिमी है यानी अब तक 130 प्रतिशत अधिक बरसात हो चुकी है। अब तक सर्वाधिक बारिश पाली में हुई है, जहां औसत से 415 मिमी अधिक पानी बरसा है। मौसम विभाग प्रदेश में एक जून से लेकर तीस सितम्बर तक मानसूनी बरसात मानता है।