दूरदराज के गांवों, जंगलों और एक्सप्रेस-वे पर सरकार सिंगल सोलर पैनल लगाने पर विचार कर रही है, जिसके केवल सॉकेट होंगे। आईआईटी जोधपुर के इस एडॉप्टर को केवल सोलर पैनल के सॉकेट से जोड़ना होगा। जो सोलर पैनल से बिजली लेकर एकबारगी कार को जरूरत के अनुसार 5 से 10 मिनट के लिए चार्ज कर देगा। फिर ईवी को पास ही किसी चार्जिंग स्टेशन तक पहुंचाना आसान होगा।
ऐसे काम करेगा एडॉप्टर
वर्तमान में ईवी की बैटरी ग्रिड से चार्ज होती है। सोलर पैनल भी इनवर्टर- कनर्वटर के जरिए ग्रिड से जुड़े होते हैं। सीधा सोलर पैनल से बिजली नहीं ले सकते। आईआईटी जोधपुर के विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के डॉ. निशांत कुमार ने ऐसा एडॉप्टर बनाया है जो सोलर पैनल से सीधे बिजली ले सकेगा। एडॉप्टर में विशेष एल्गोरिदम (सिंगल इनपुट एडॉप्टिव फजी लॉजिक ट्यून्ड डिटरमिनिस्टिक ऑप्टिमाइज़ेशन) डाला गया है, जो अधिकतम पावर पॉइंट ट्रैकिंग पर काम करता है। यह किसी भी वॉल्टेज में सोलर पैनल की बिजली खींचकर ईवी की बैटरी इमरजेंसी में चार्ज कर देगा।
एक हजार रुपए कीमत
इस एडॉप्टर की वर्तमान में कीमत करीब एक हजार रुपए है और इसका आकार एक फीट लम्बा और करीब इतना ही चौड़ा है, जो पोर्टेबल होने के कारण साथ में ले जा सकते हैं।
देश में केवल 5 प्रतिशत ईवी
वर्तमान में देश में केवल पांच प्रतिशत ईवी है। भारत के अलावा अन्य बड़े देश कनाडा, चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, रूस भी चार्जिंग सुविधा की समस्या का सामना कर रहे हैं। वर्जन वर्तमान में शहरी क्षेत्रों में पर्याप्त चार्जिंग सुविधाएं हैं, लेकिन गांवों और दूरदराज के क्षेत्रों में बैटरी खत्म होने पर गाड़ी बंद होने का खतरा मंडराता रहता है। आने वाले समय में सरकार अगर सिंगल सोलर पैनल इंस्टोलेश्न करे, तो हमारा एडॉप्टर इलेक्ट्रोनिक गाडि़यों को इमरजेंसी चार्जिंग सुविधा दे सकेगा।
-डॉ. निशांत कुमार, विद्युत अभियांत्रिकी विभाग, आईआईटी जोधपुर