जेएनवीयू विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पीएचडी ऑर्डिनेंस-२०१६ के परिपेक्ष्य में दो साल पहले अपना स्वयं का पीएचडी ऑर्डिनेंस बनाकर भेजा था, जिसके अब मंजूरी मिली है। नए ऑर्डिनेंस में शोध की गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए छात्रों की संख्या कम कर दी गई है। पहले असिस्टेंट प्रोफेसर ५, एसोसिएट प्रोफसर ७ और प्रोफसर १० छात्रों को पीएचडी करवा सकते थे। अब असस्टिेंट प्रोफेसर ४, एसोसिएट प्रोफेसर ६ और प्रोफेसर ८ शोधार्थियों का ही मार्गदर्शन कर पाएंगे।
– प्री पीएचडी के बाद शोधार्थियों से काउंसलिंग करके शोध के संबंध में चॉइस ली जाएगी। – कोर्स वर्क में सख्ती रहेगी। नौकरी पेशा विद्यार्थियों को 6 महीने अवकाश का प्रमाण पत्र और जोधपुर सीमा क्षेत्र का निवास प्रमाण भी देना होगा।
हमने सभी विभागों से रिक्त सीटों के बारे में जानकारी मांगी है। संभवत: अगले साल जनवरी में नए ऑर्डिनेंस के अनुसार प्री पीएचडी परीक्षा आयोजित की जाएगी।
-प्रो ज्ञानसिंह शेखावत, रिसर्च डायरेक्टर, जेएनवीयू जोधपुर