उसके आधार पर भूमि विहीन परिवारों को आवासीय भूमि के स्वामित्व के लिए पट्टे प्रदान किए जा रहे हैं। पटेल ने कहा यह पट्टा महज कागज का टुकड़ा नहीं बल्कि घुमन्तू, अर्द्ध घुमन्तू एवं विमुक्त बंधुओं के सुरक्षित भविष्य की गारंटी है। अब हमारे घुमंतू बंधु अपना स्थाई निवास करेंगे, जिससे उनको मूलभूत सुविधाएं एवं सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना सुनिश्चित होगा। राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत भी मौजूद थे। पटेल ने कहा कि महात्मा गांधी के ग्रामोदय एवं स्वच्छता के मूल्यों से प्रेरणा लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन का शुभारंभ किया था। आज हम स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं वर्षगांठ को ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ के माध्यम से मना रहे हैं।
सर्वे में मिले थे 3,547 परिवार
मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. धीरज कुमार सिंह ने बताया कि सर्वे के अनुसार जोधपुर ग्रामीण में विमुक्त, घुमन्तू एवं अर्द्धघुमन्तू भूखण्ड विहीन परिवारों की संख्या 3,547 थी। जिसमें से 1780 परिवारों को पट्टे पूर्व में जारी किए जा चुके हैं एवं बुधवार को 682 परिवारों को पट्टे जारी किए गए। शेष रहे परिवारों को आवश्यक कार्यवाही पूर्ण कर शीघ्र पट्टे जारी किए जाएंगे।
उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित
राज्य स्तरीय कार्यक्रम में ग्राम पंचायत सामराऊ पंचायत समिति ओसियां को स्वच्छ भारत मिशन में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम में स्वच्छ भारत मिशन के तहत उत्कृष्ट कार्य के लिए 8 जनप्रतिनिधियों एवं 9 कार्मिकों को सम्मानित किया गया।
28 परिवारों को मिला पट्टा
मथानिया क्षेत्र के विमुक्त घुमंतू एवं अर्द्ध घुमंतू आवासहीन व्यक्तियों को भूखंड और पट्टा वितरण करने के लिए ग्राम पंचायत मथानिया, 62 चौंडियाली, उम्मेद नगर, बलवा, बिजवादिया, चौपासनी और रामपुर आदि क्षेत्रों से कुल 28 व्यक्तियों को चुना गया है। इन आवासहीन व्यक्तियों को बुधवार को बस द्वारा जोधपुर एसएन मेडिकल कॉलेज सभागार ले जाया गया, जहां कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल द्वारा इन्हें पट्टा वितरण किया गया।