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जोधपुर

Rajasthan Assembly Elections 2023: चुनावी साल में कई समाजों के बोर्ड बनाकर अधूरी ‘संजीवनी बूटी’ देने की कोशिश

प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य सरकार भी जातिगत समीकरण के आधार पर सभी समाजों को साधने में जुटी है। समाज के हर तबके को खुश करने के लिए देवी— देवताओं और महापुरुषों के नाम पर बोर्डों का गठन किया जा रहा है

जोधपुरOct 01, 2023 / 11:46 am

Rakesh Mishra

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हर्षित जैन, जयपुर। प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य सरकार भी जातिगत समीकरण के आधार पर सभी समाजों को साधने में जुटी है। समाज के हर तबके को खुश करने के लिए देवी— देवताओं और महापुरुषों के नाम पर बोर्डों का गठन किया जा रहा है। ब्राह्मण, राजपूत, जाट, मीणा, सैनी, कुमावत व वैश्य सहित अन्य समाजों की ओर से भी जयपुर में दो दर्जन से अधिक महापंचायत आयोजित कर शक्ति प्रदर्शन किया गया। वहीं, विभिन्न समाजों के सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, शैक्षणिक उत्थान के लिए जयपुर में महांपचायतें भी हुईं।
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राज्य सरकार ने मई से जून के बीच पांच बोर्ड बनाए व जुलाई से सितंबर अंत तक 10 से अधिक बोर्ड बनाए गए। महाराजा अग्रसेन कल्याण बोर्ड व फकीर बोर्ड सहित अन्य समाजों की बोर्ड बनाने की मांग उठाई जा रही है। इसके अलावा 17 अधिक बोर्ड में नियुक्ति नहीं हुई है। महज सात से आठ बोर्ड में नियुक्ति हुई है। इधर आचार संहिता भी अगले सप्ताह तक लगने के आसार हैं। ऐसे में संबंधित समाज के पदाधिकारियों ने मांग उठाई है कि बीते चार साल बाद बोर्ड तो बनाया गया, लेकिन वह अब कैसे मूर्त रूप लेगा। न ही समाज के विकास से जुड़े काम हो पाएंगे।
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नियुक्ति के लिए सीएम को भेजा पत्र
दो महीने पहले जैन समाज के लिए श्रमण संस्कृति बोर्ड गठित किया गया, लेकिन अब तक इसमें एक भी नियुक्ति नहीं की गई। जयपुर जैन सभा समिति के अध्यक्ष सुदीप बगड़ा व जयकुमार जैन ने बताया कि सीएम को पत्र भेजकर बोर्ड में जल्द नियुक्तियां करने की मांग की है।
इस सप्ताह भी जारी हुई अधिसूचना
उधर, शुक्रवार रात राज्य सरकार ने सिंधी मुस्लिम कल्याण बोर्ड, अल्पसंख्यक उद्यमिता और काश्तकार कल्याण बोर्ड के गठन के लिए अधिसूचना जारी की है। वहीं, राजस्थान राज्य स्थापत्य कला बोर्ड व गाड़िया लोहार कल्याण बोर्ड के गठन की भी मंजूरी दी जा चुकी है। जानकारी के मुताबिक विप्र कल्याण बोर्ड, संनिर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड, श्रीयादे माटी कल्याण बोर्ड, केशकला, गुरुनानक देव सिख कल्याण बोर्ड, राजस्थान मदरसा बोर्ड में ही नियुक्तियां हो पाई।
इन बोर्ड का हुआ गठन
राजस्थान चर्म शिल्प कला विकास बोर्ड
राजस्थान राज्य रजक कल्याण बोर्ड
महात्मा ज्योतिबा फुले बोर्ड
वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड
राजस्थान राज्य श्रमण संस्कृति बोर्ड
राजस्थान राज्य गुरु गोरखनाथ बोर्ड
राजस्थान वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड
राजस्थान संत दुर्बलनाथ बोर्ड
राजस्थान राज्य बालीनाथ बोर्ड
राज्य तेली घाणी विकास बोर्ड
राज्य स्वर्ण रजत कला विकास बोर्ड
राजस्थान राज्य लवकुश बोर्ड
राज्य आहिल्या बाई होल्कर बोर्ड
राज्य संनिर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड
राज्य विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड
राजस्थान राज्य देवनारायण बोर्ड
राजस्थान राज्य विप्र कल्याण बोर्ड
मेजर दलपतसिंह हाइफा स्मृति कल्याण बोर्ड
राजस्थान राज्य केश कला बोर्ड
श्रीयादे माटी कला बोर्ड
राजस्थान मदरसा बोर्ड
गुरुनानक देव सिख कल्याण बोर्ड
अवंती बाई लोधी विकास कल्याण बोर्ड
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप बोर्ड
राज्य विमुक्त, घुमन्तु, अर्द्ध घुमन्तु बोर्ड
(उक्त बोर्डों में से महज 30 फीसदी में ही नियुक्तियां की गई है न ही अन्य के कार्यालय आदि बनाए गए)

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