बीते चार साल में सिर्फ चार बड़ी कार्रवाई हुई। करीब 15-20 करोड़ रुपए की 7.42 किलो स्मैक व तीन किलो एमडी ड्रग्स जब्त की गई है। नशे के काले कारोबार पर नकेल नहीं कस पाने के कारण कई युवा इस दलदल में फंसते जा रहे हैं। नशे की लत पूरी के लिए वे चोरी, लूट व अन्य अपराध में उतर जाते हैं। वहीं, नशे का ओवरडोज अब जानलेवा भी बन रहा है। हाल ही में एक युवक की स्मैक के ओवरडोज से मौत हो गई।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अफीम से ही स्मैक बनाई जाती है। राज्य में मुख्य रूप से प्रतापगढ़ में कैमिकल के मिश्रणों से बड़े स्तर पर स्मैक बनाने का कार्य होता है। वहीं से राज्य के जिलों खासकर मारवाड़ व जोधपुर तक सप्लाई होती है।
कुड़ी भगतासनी और देवनगर थाना पुलिस ने अलग-अलग कार्रवाई कर करीब एक किलो स्मैक जब्त की थी। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ और जांच में पता चला कि यह स्मैक प्रतापगढ़ से जोधपुर में सप्लाई के लिए लाई गई थी।
नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो एनसीबी ने चित्तौडग़ढ़ में गंगरार के पास एनएच पर एक कार को रोक कर तलाशी ली। कार से 720 ग्राम स्मैक जब्त की गई थी। पता चला कि स्मैक की यह खेप भी प्रतापगढ़ से लाई जा रही थी।
राजू ठेहट हत्याकाण्ड में प्रयुक्त हथियारों की तलाश में बीकानेर पुलिस ने फलोदी व लोहावट में संदिग्धों को पकड़ा। जम्भेश्वर नगर में एसयूवी से 3.3 किलो एमडी ड्रग्स जब्त की। यह एमडी ड्रग्स जैसलमेर के सीमावर्ती क्षेत्र से सप्लाई की गई थी।
जयपुर की सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम ने फलोदी में कार्रवाई कर 5.7 किलो स्मैक जब्त की थी। जिसकी कीमत करीब 12 करोड़ रुपए आंकी गई थी। जोधपुर संभाग में स्मैक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है।
कार्रवाई लगातार की जा रही है…
मादक पदार्थ तस्कर ही नहीं बल्कि अवैध शराब और आपराधिक गतिविधियों में लिप्त बदमाशों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। काफी तादाद में अफीम व डोडा पोस्त जब्त भी किए गए हैं। इसमें शामिल तस्करों के खिलाफ और कार्रवाई की जाएगी।
धर्मेन्द्रसिंह यादव, पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण जोधपुर