उनकी पत्नी सुप्रिया के पास 4 करोड़ 68 लाख 8 हजार 278 चल व 9 करोड़ 88 लाख 95 हजार 188 रुपए अचल संपत्ति है। इसके अलावा करणसिंह पर 15 करोड़ और उनकी पत्नी पर 2 करोड़ से ज्यादा की देनदारी है। करणसिंह ने अपनी आमदनी का जरिया वेतन, किराया, व्यापार, खेती और ब्याज बताया है। इसमें करणसिंह ने अपनी वार्षिक आमदनी 96 लाख 93 हजार 550 और पत्नी की 32 लाख 17 हजार 560 रुपए बताई है। इसके साथ ही उनके पास नकद 3 लाख 7 हजार 310 व पत्नी के पास 19044 रुपए नकद बताए है। प्रत्याशी के खिलाफ 4 मामले भी दर्ज हैं। मामले अलग-अलग स्तर पर जांच में हैं।
वहीं दूसरी तरफ केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री और जोधपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी गजेन्द्रसिंह शेखावत के शपथ पत्र में साफ हुआ कि उनकी कमाई से ज्यादा उनकी पत्नी की आय है। उन्होंने अपनी आय का स्रोत सांसद का वेतन ही बताया है। शेखावत की वार्षिक आय 11 लाख 10 हजार 370 रुपए पिछले वित्तीय वर्ष की दर्शाई गई है। उनकी पत्नी की वार्षिक आय 15 लाख 37 हजार 650 रुपए दर्शाई है। आय का साधन सांसद का वेतन बताया गया है। खास बात यह है कि पिछले चुनाव से इस बार में उनकी चल सम्पत्ति कम हुई है, लेकिन अचल सम्पत्ति बढ़ी है।
केन्द्रीय मंत्री शेखावत व उनकी पत्नी के पास सोना-चांदी पांच साल से समान है। उनके खुद के पास 48 लाख रुपए मूल्य का सोना 750 ग्राम और चांदी 10 किलो करीब 7 लाख रुपए की है। पत्नी के पास 910 ग्राम सोने व आभूषण की कीमत 66 लाख रुपए है। वसीयत से 42 लाख के गहने भी हैं। 10 किलो चांदी 7 लाख मूल्य की है। पांच साल पहले भी यही स्थिति थी। विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने संजीवनी व अन्य कई मामलों में आपराधिक आरोप लगाए थे, लेकिन शपथ पत्र में शेखावत ने किसी भी आपराधिक मामले की जानकारी नहीं दी है। शेखावत के पास दो हथियार भी हैं।