उप निरीक्षक महेन्द्रसिंह ने बताया कि पंजाब में पटियाला निवासी अमृतापुरी यहां आईआईटी की प्रोफेसर है। उससे साइबर ठगी व डिजिटल अरेस्ट के मामले में उत्तर प्रदेश में लखनऊ जिले के न्यू अलीगंज निवासी मनु गर्ग (40) पुत्र सूर्यप्रकाश अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया। उसे मंगलवार को कोर्ट में पेश करने पर तीन दिन के रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए गए। उससे पूछताछ में गिरोह के सरगना के संबंध में कुछ सुराग मिले हैं। जिनके आधार पर जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि एक अगस्त को प्रोफेसर अमृतापुरी के मोबाइल में सात अलग-अलग नम्बर से कॉल आए थे। ठग ने महिला से कहा था कि मुम्बई एयरपोर्ट पर आए पार्सल में एमडीएम ड्रग्स, पासपोर्ट व क्रेडिट कार्ड मिले हैं। फिर उसने कॉल कथित क्राइम ब्रांच में ट्रसंफर कर दी। वहां के एक व्यक्ति ने खुद को अधिकारी बताकर मनी लाॅन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी। जांच व जेल जाने को धमकाया गया। मोबाइल वीडियो कॉल पर रख उसे सर्विलांस में रखा। गिरफ्तारी का डर दिखाकर दस दिन तक उसे सर्विलांस यानि डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया था। खाते में जमा राशि का 98 प्रतिशत एक डिटेक्टिव खाते में जमा करवाने का झांसा दिया, लेकिन नेट बैंकिंग से ऐसा नहीं हो पाया। तब ठग गैंग के दबाव में सहायक प्रोफेसर से चेक बुक जारी करवाई। इससे आरटीजीएस के मार्फत एक खाते से 11.97 लाख रुपए और दूसरी बैंक के खाते से 11.25 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए थे। पुलिस में शिकायत करने पर 500 और पांच हजार रुपए ही होल्ड करवाए जा सके थे।