राजस्थान पत्रिका ने बीआरटीएस बसों के वापस संचालन को लेकर अभियान चलाया। अब शहर में लोगों को फिर से सस्ते सफर की सुविधा मिलेगी। दरअसल, गत दिनों प्रभारी मंत्री मदन दिलावर और प्रभारी सचिव दिनेश कुमार के दौरे के दौरान बीआरटीएस बसों के बंद होने का मुद्दा आने के बाद प्रभारी सचिव दिनेश कुमार, निगम उत्तर आयुक्त अतुल प्रकाश और शहर विधायक अतुल भंसाली के बीच बैठक हुई थी। तब इस मुद्दे पर
राजस्थान सरकार से भी मार्गदर्शन मांगने की बात कही गई थी। उसके बाद से ही निगम उत्तर आयुक्त सरकार से इस संबंध में पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांग रहे थे। अब सरकार की ओर से सहमति मिलने के बाद बसों को वापस शुरू किया जाएगा। इधर, निगम अधिकारियों के अनुसार 27 जुलाई को बीआरटीएस बस से कोई एक्सीटेंड भी हुआ है, उसकी एफआईआर भी दर्ज की गई है। इसकी भी जांच की जाएगी। साथ ही संचालक पर करीब 70 लाख की पेनल्टी भी लगाई गई है।
30 जुलाई को संचालक ने सौंपी थी चाबियां
बीआरटीएस बसों के संचालक प्रवीण ने बताया कि गत सोमवार को उन्होंने बसों की चाबियां निगम अधिकारी को सौंप दी थी। उन्होंने बताया कि नगर निगम की ओर से भुगतान नहीं किए जाने से बीआरटीएस की सेवा रोक दी गई है, लेकिन निगम प्रशासन ने इसमें गंभीरता नहीं दिखाई। दरअसल, 18 जुलाई 23 को बीआरटीएस बसों को सड़कों पर उतारा गया था, लेकिन कुछ समय बाद ही बसों का संचालन बंद हो गया। निगम की ओर से 6 दिसंबर 2023 को बसों को बंद करने के लिए नोटिस दिया। उसके बाद भी संचालक ने करीब 8 माह तक बसों का संचालन किया। उसे 6 दिसंबर तक का भुगतान नहीं किया गया, तो उसने बसों की चाबियां निगम को सौंप दी थी।
राजस्थान पत्रिका ने उठाया मुद्दा
बसों का संचालन बंद होने से शहरवासियों को हो रही परेशानी और लोगों के लिए परिवहन का कोई अन्य सस्ता विकल्प नहीं होने पर राजस्थान पत्रिका ने इस मुद्दे को उठाया। शहर विधायक अतुल भंसाली ने भी इस मुद्दे पर सरकार और डीएलबी को अवगत करवाया।