थानाधिकारी मोहम्मद शफीक खान ने बताया कि बीजेएस कॉलोनी निवासी विजय सिंह सीजीएसटी में निरीक्षक थे। गत 30 सितंबर को उनकी सेवानिवृत्ति थी। इस समारोह के लिए बैण्ड बुलाया गया था। सीजीएसटी कार्यालय में साथी अधिकारी व कर्मचारियों के साथ परिजन भी शामिल हुए थे। सेना से रिटायर्ड एयरफोर्स निवासी अजीतसिंह भी मामा विजयसिंह के सेवानिवृत्ति पर आया हुआ था। उसने अपनी लाइसेंसशुदा 12 बोर राइफल में हवाई फायर के लिए कारतूस लोड कर रखा था। इस दौरान राइफल से मिस फायर हो गया। जिसके छर्रे चांदी हॉल में आहोर की हवेेली के पास निवासी बैण्ड मास्टर फखरूद्दीन पुत्र सरफुद्दीन के सीने में घुस गए थे। उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज में फर्क होने पर चिकित्सकों ने सात अक्टूबर को छुट्टी देकर घर भेजा था, जहां दूसरे ही दिन उनकी तबीयत खराब हो गई। उन्हें फिर एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां शाम को मृत्यु हो गई। पुलिस ने बयान के आधार पर एफआइआर दर्ज कर सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी अजीतसिंह नरूका को गिरफ्तार किया था। राइफल भी जब्त की गई थी। पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवाया है। मृत्यु का कारण सीने में छर्रे लगना है या कोई अन्य। इस संबंध में शुक्रवार को पोस्टमार्टम से ही स्पष्ट हो पाएगा।