अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रमसिंह ने बताया कि शेरगढ़ थानान्तर्गत पुगलिया गांव निवासी धनसिंह (28) पुत्र नारायणसिंह शनिवार रात 11 बजे कार में जेठानिया गांव से अपने घर लौट रहा था। जेठानिया से करीब तीन किमी बाहर निकलते ही तलवार व धारदार हथियार से लैस गांव के कालूसिंह, भूपेंद्र सिंह व गजेसिंह ने कार रुकवाई और धनसिंह को नीचे उतारकर मारपीट शुरू कर दी। तीनों ने उसे घेर लिया और हथियारों से उस पर टूट पड़े। कार में भी जमकर तोड़-फोड़ की गई।
इस बीच, हमलावरों ने तलवारें निकाल ली और हमला करने लगे। धन सिंह ने खुद को बचाने के लिए हाथ आगे किए। इससे तलवार से उसके दोनों हाथ कट गए। दोनों पंजे कटकर अलग हो गए। उसके पांव में भी गंभीर चोट आई। उसके खून बहने लगा। लहुलूहान हालत उसे छोड़कर हमलावर फरार हो गए। आस-पास के ग्रामीणों को पता लगा तो घायल के परिजन को सूचित किया गया।
दोनों पंजे जोड़ने के लिए ऑपरेशन
थानाधिकारी दाऊद खान ने बताया कि घायल व दोनों कटे हाथ सेतरावा के सरकारी अस्पताल लाए गए, जहां से उसे एम्बुलेंस में जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल रैफर किया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे एम्स में भर्ती करवाया गया। घायल के भाई देवीसिंह ने जेठानिया निवासी कालूसिंह पुत्र गायड़सिंह, भूपेन्द्रसिंह पुत्र थानसिंह व गजेसिंह पुत्र जालमसिंह के खिलाफ जानलेवा हमले का मामला दर्ज कराया। इनकी तलाश में टीमें गठित की गईं हैं, लेकिन अभी तक कोई भी हमलावर पकड़ा नहीं गया है। दोनों कटे पंजे आइस बॉक्स में डालकर जोधपुर भेजे गए। दोनों पंजे जोड़ने के लिए सुबह एम्स में उसका ऑपरेशन किया गया।
हमले का कारण : जमीन विवाद अथवा प्रेम प्रसंग
घायल के भाई ने एफआइआर में जमीन को लेकर चल रहे विवाद में हमला करने का आरोप लगाया है, लेकिन ग्रामीणों से बातचीत के बाद पुलिस को संदेह है कि प्रेम प्रसंग के चलते हमला किया गया है। हालांकि अभी तक कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
पत्नी ने आत्महत्या की थी, दहेज हत्या में है आरोपी
मृतक की पत्नी ने दो साल पहले फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस संबंध में दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया गया था। धनसिंह को गिरफ्तार किया गया था। जो जमानत पर है।