खलबली मच गई थी ध्यान रहे कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धमकी मिलने से कांग्रेस खेमे और उनके समर्थक कार्यकर्ताओं में खलबली मच गई थी। गहलोत के घर पर हमला करने वाले को दस लाख रुपए देने के धमकी भरे ट्वीट के विरोध में जोधपुर में युवा कांग्रेस जोधपुर विधानसभा ने पुलिस कमिश्नर अशोकसिंह राठौड़ को ज्ञापन देर कर कार्रवाई करने की मांग की थी। तब पुलिस ने यह मामला साइबर सेल को सौंप दिया था। वहीं गहलोत ने शांति रखने की अपील की थी।
शांति बनाए रखने की अपील की थी दरअसल गहलोत ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे भारत बंद के मैसेज के सम्बंध में सबसे शांति बनाए रखने की अपील की थी। इसके कुछ देर बाद ही गहलोत को सोशल मीडिया पर धमकी दी गई थी ।ट्विटर पर पोस्ट करने वाले व्यक्ति की पहचान उजागर हो जाती है। इसलिए उस व्यक्ति का नाम पता ही था।
उसे 10 लाख रुपए मिलेंगे पुलिस की साइबर सेल के लिए यह पता लगाना मुश्किल नहीं था कि प्रभाकर पाण्डे नाम के एक शख्स ने ट्विटर पर धमकी दी है। उसने लिखा था कि जो शख्स गहलोत के घर पर हमला करेगा, उसे 10 लाख रुपए मिलेंगे। इसको लेकर कांग्रेस में जगरदस्त रोष था। युवा कांग्रेस के शहर विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष दानिश फौजदार की ओर से पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा गया था। इसमें गहलोत की सुरक्षा व धमकी देने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गईथी। कमिश्नर ने आश्वासन दिया था कि यह प्रकरण मुख्यालय की साइबर टीम को भेजा जाएगा। इस दौरान कई कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।
8 दिन पहले ही मिली थी बड़ी जिम्मेदारीउल्लेखनीय है कि गहलोत को 31 मार्च को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी संगठन महासचिव और 9 अप्रेल को ही केंद्रीय चुनाव समिति में सदस्य बनाया गया था। उन्होंने देश भर में बढ़ रही हिंसा के खिलाफ ही नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष
राहुल गांधी के साथ उपवास रखा था। गहलोत ने गत 31 मार्च को जोधपुर सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा था कि राजस्थान उनके खून में है। जब रिटायर्ड होंगे तो जोधपुर रहेंगे। जोधपुर दिल में बसता है।