संकल्प पत्र में वादा किया था
याचिकाकर्ता किसान वेलफेयर सोसायटी की ओर से अधिवक्ता मोती सिंह राजपुरोहित ने अवगत करवाया कि मौजूदा
राजस्थान सरकार ने चुनावों के दौरान अपने संकल्प पत्र को कुछ अरसे पूर्व हुई कैबिनेट की बैठक में नीतिगत दस्तावेज के तौर पर स्वीकार किया था। इस संकल्प पत्र में
बाजरा की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद का वादा किया गया था।
2022 में कांग्रेस ने भी किया था इनकार
इससे पूर्व 2022 में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बाजरा खरीद को लेकर यह कहते हुए असमर्थता जताई थी कि खरीद के बाद बाजरा की सार्वजनिक वितरण प्रणाली जैसी योजनाओं में वितरण की कोई मांग नहीं है। केंद्र सरकार इसी शर्त पर अनाज खरीद खर्च का पुनर्भरण करने को रजामंद है कि खरीद किया गया अनाज सार्वजनिक वितरण प्रणाली में वितरित किया जाए।