इंसान को अपना भाग्य नहीं दिखाई देता, लेकिन कर्म करने में कमी रहती है तो मंजिल हासिल नहीं होती। देखा जाए तो कुछ ऐसे भी बहुत से उदहारण हैं जो मेहनती युवाओं को झटका दे देते हैं। बहुत मेहनत के बाद सभी इम्तिहान में सफलता दर्ज करने पर भी अंतिम वरीयता में जगह नहीं मिल पाती। ऐसे युवाओं को कर्म से नए रास्ते तो आसानी से मिल जाते हैं लेकिन कुछ जगह का फैसला भाग्य करता है। भाग्य अच्छा है और आप उसके अनुसार मेहनत नहीं कर रहे हैं तो भी नौकरी से दूरी या वंचित रहना पड़ सकता है। भाग्य अपना प्रभाव समय के साथ ही दिखाता है। जन्म कुंडली में बनने वाले योग से भी पता चल जाता है कि किस क्षेत्र में रोजगार के अवसर हैं। कुंडली में बहुत से राजयोग बनते है। उन्ही योग से सफलता हासिल होती है लेकिन मेहनत भी साथ में होना जरुरी है।
जिन युवाओं के कुंडली में राजयोग है, और वे सभी चरण में सफलता पाने के बाद भी अंतिम वरीयता में जगह नहीं बना पाए रहे हैं तो उन्हें ग्रहों को अनुकूल करना होगा। किसी भी ग्रह के आपसी गलत प्रभाव से राजयोग में रुकावट उत्पन्न हो सकती है। ग्रहों की स्थिति को और उनकी दृष्टि को अनुकूल बनाने के लिए जाप करने होते हैं। ग्रहों की शांति के लिए उनसे संबंधित पूजा और जाप ही आने वाली बाधा को हटा सकते हैं। नौकरी की तैयारी करने वाले युवा को सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए। प्रत्येक सोमवार को शिवलिंग पर पानी चढाने से भी रुकावटें दूर होंगी। किसी कारण से अगर विघ्न होता है तो इसमें कोई फर्क नहीं पड़ता। मंगलवार अपने आस – पास के हनुमान मंदिर में सुबह जरूर जाएं और सिन्दूर -चमेली का चौला जरूर चढ़ाएं। सुबह गाय को रोटी खिलाएं, रोटी अगर मीठी हो तो बहुत अच्छा है। सरकारी नौकरी के लिए जाते समय घर से भूलकर भी खाना साथ में न लेकर जाएं। क्योंकि रोटी (रोजगार) के लिए ही जा रहे हैं और साथ में रोटी लेकर भी जा रहे हैं। घर से निकलते वक्त बुजुर्गों का आशीर्वाद जरूर लेवें। राशि के अनुसार ही रत्न धारण करें। रत्न हमेशा राशि के अनुसार और ग्रहों की स्थिति और उनके कुप्रभावों को रोकने के लिए पहनें। नीलम जैसे रत्न बहुत जल्द अपना प्रभाव दिखाते हैं।