कंपनी के कार्यकारी अधिकारी कजूखियो मोरियामा का कहना है कि अगर कंपनी के कर्मचारी अच्छे तरीके से आराम करेंगे तो यह व्यापार के लिए फायदेमंद साबित होगा। असल में एक स्वास्थ्य उत्पाद निर्माता कंपनी के सर्वे के मुताबिक 20 साल से अधिक उम्र के 92 फीसदी से अधिक जापानी कर्मचारी कहते हैं कि उन्हें पर्याप्त नींद नहीं मिल रही है। इतना ही नहीं, अधिक काम होने के कारण वर्ष 2013 तथा 2015 में जापान के दो कर्मचारियों की जान भी जा चुकी है।
ज्यादा काम से हो चुकी है कर्मी की मौत
जापान में वर्ष 2013 में ओवरवर्किंग की वजह से एक कर्मचारी की मौत का मामला सामने आया था। 31 वर्षीय पत्रकार मिवा साडो की मौत से पहले उन्होंने एक महीने में 159 घंटे ओवरटाइम किया था। एक दूसरे मामले में वर्ष 2015 में जापान की एक विज्ञापन कंपनी की कर्मचारी बेहेमोथ देन्तसू ने अधिक काम से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। जांच में पाया गया था कि मौत से पहले एक महीने में उन्होंने 100 घंटे से अधिक का ओवर टाइम किया था।