अगर आपकी नौ से पांच की नौकरी है तो कंपनी के ऑफिशियल टाइमिंग को फॉलो करना चाहिए। अगर आपके फ्लेक्सिबल वर्क आवर्स हैं तो अपनी बात पर कायम रहने की कोशिश करें। आपका रिपोर्टिंग टाइम 11 बजे है और एक बजे ऑफिस में घुस रहे हैं तो इससे आपकी खराब छवि बनने लगती है। लोग आपको गंभीरता से लें, इसके लिए जरूरी है कि समय का खयाल रखें।
आपको ऑफिस के एम्प्लॉइज और नियमों को समझना चाहिए। शुरुआत में आपको लोगों से उचित दूरी बनाए रखनी चाहिए और काम पर फोकस करना चाहिए। आपको इमोशन्स को भूलकर काम करना चाहिए। ऑफिस में हर व्यक्ति प्रोडक्टिविटी के आधार पर ही आंका जाता है। अगर आप इमोशन्स और संबंधों को आधार आगे बढऩा चाहते हैं तो यकीन मानिए कि आप गलत राह हैं।
कई बार युवा वर्कप्लेस से जुड़े कुछ ऐसे फैसले लेते हैं, जो उन्हें शुरू में तो ठीक लगते हैं पर बाद में पछताना पड़ता है। जॉब छोडऩे में जल्दबाजी करना भी कुछ-कुछ ऐसा ही है। अगर आप किसी को बिना बताए कंपनी छोड़ देते हैं, तो आपकी छवि खराब हो जाती है। आपको फॉर्मल तरीके से नौकरी छोडऩी चाहिए। आपको नोटिस पीरियड को पूरा करना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो आप ब्लैकलिस्टेड हो सकते। हो सकता है कि आपको कानूनी कार्यवाही का भी सामना करना पड़े। इसलिए आपको कंपनी की पूरी प्रक्रियाओं का पालन करके कंपनी छोडऩी चाहिए।
हो सकता है कि आपको कंपनी में कोई कलीग ऐसा मिल जाए जो आपके साथ बहुत ज्यादा दोस्ताना व्यवहार करे। पर आपको कलीग के साथ दोस्ती करने से बचना चाहिए। आपको अपनी पर्सनल बातें उसके साथ शेयर नहीं करनी चाहिए।
जब पहली नौकरी कर रहे हैं तो बॉस को हर समय इम्प्रेस करने की जरूरत नहीं है। बॉस जानता है कि आप जॉब में नए हैं। इसलिए यदि वह आपसे कुछ नए काम के लिए कहें तो मदद मांग सकते हैं। इससे बॉस को लगेगा कि आपकी संवाद करने की कला अच्छी है।