सूची को रद्द किए जाने के बाद अब अभ्यर्थी असमंजस में हैं। चिकित्सा विभाग की ओर से जारी आदेश में भी रद्द करने का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है। इन हालात में सवाल यह है कि विभाग ने कारण को सार्वजनिक कर बताते हुए सूची रद्द क्यों नहीं की। इसके साथ ही चिकित्सा अधिकारी के 894 पदों के लिए भी परीक्षा आयोजित की गई थी। उसकी रोस्टर सूची अभी तक जारी नहीं की गई है। नई सूची जारी होने की अभी तिथि घोषित नहीं की गई है।
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ वीके माथुर का पक्ष लेने का प्रयास किया गया, लेकिन वे उपलब्ध ही नहीं हुए। सूची को निदेशक जनस्वास्थ्य के हस्ताक्षर से ही रद्द किया गया है।