बागवानी के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी को पौधरोपण से लेकर आगे तक खेती के बारे में पुछा जाएगा। सबसे पहले तो अभ्यर्थी को फसलों की जानकारी होनी चाहिए। कौनसी फसल किस ऋतू में बोई जाती है। किस महीने में कौनसी ऋतू का आगमन होता है। ऋतू चक्र के अतिरिक्त अभ्यर्थी को पौधों के बारें में जानकारी के लिए सवाल पूछे जाएंगे। दृश्य परीक्षण बतौर अभ्यर्थी के पौधे रखे जाएंगे। पौधों के नाम बताने होंगे। कौनसे पौधे किस समय में ग्रॉथ करते हैं और कौनसी ऋतू पौधे के लिए सबसे कारगर होती है। बागवानी में सबसे महत्वपूर्ण है बीजोपचार और उर्वरा का। जैविक के साथ ही सभी प्रकार की विशेषताएं कृषि विशेषज्ञों के सामने रखनी होगी। बागवानी में बहुत से अभ्यर्थी कृषि विज्ञान विषय से संबंधित भी होंगे।
वॉशरमैन पदों पर भर्ती के लिए अभ्यर्थी को ट्रेड टेस्ट में कपड़ों के अनुसार ट्रेड देना होगा। बहुत से अभ्यर्थी तो ऐसे भी होंगे, जिन्हे साबुन और वाशिंग से जुड़े प्रोडक्ट की जानकारी तक नहीं है। किस कपडे के लिए सबसे उपयुक्त प्रोडक्ट कौनसा होगा। सर्दी और गर्मी के कपडे होने के अतिरिक्त उप पर स्त्री करने के भी प्रकार पूछे जाएंगे। दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल ट्रेड्समैन के पदों पर भर्ती बहुत लम्बे समय के बाद खोली गई है। दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पदों पर भर्ती भी गड़बड़ी के आरोपों के चलते पहली बार एसएससी के द्वारा आयोजित करवाई गई थी। दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल ट्रेड्समैन के टेस्ट के लिए अनुभव प्रमाण पत्र के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर कोई जानकारी नहीं दी गई है।
बार्बर के पद पर भर्ती ट्रेड टेस्ट में अभ्यर्थी को इतना भी पता नहीं चलता कि उसे किस कारण से बाहर निकाल दिया। अभ्यर्थी से बिना बाल कटवाए, सिर्फ कैंची पकड़ने मात्र से ही पहचान कर ली जाती है कि अभ्यर्थी को वास्तविकता में कितना कुछ आता है। कैंची हमेंशाअंगूठे के साथ तीसरी (अनामिका) अंगुली में पकड़ी जाती है। वाटर करियर में ज्यादा कुछ नहीं होता लेकिन रख रखाव का ज्यादा ध्यान रखा जाता है।
कारपेंटर के पदों पर भर्ती के लिए अभ्यर्थी से ट्रेड टेस्ट में टूटी हुई लकड़ी के फर्नीचर ठीक करवाए जाएंगे। लकडी की पहचान भी करवा सकते हैं। लकड़ी दिखाकर ही उस पेड़ का नाम पुछा जाता है। फर्नीचर के डिज़ाइन भी बनवाये जा सकते हैं। मरम्मत के कार्य से ही पहचान की जा सकती है। देखा जाए तो कारपेंटर को सभी औजारों के नाम याद होने जरुरी है। किसी भी औजार का नाम सबसे पहले पुछा जाता है या फिर कहा जा सकता है कि वो औजार लाओ और ये करके दिखाओ। औजार का नाम ही नहीं जानेंगे तो आगे की कार्यवाही कैसे होगी।
टेलर के पदों पर भर्ती के लिए अभ्यर्थी के पास मशीन के अतिरिक्त साधारण ज्ञान होना भी जरुरी है। अच्छा दर्जी वो होता है जो सबसे पहले कपडे की पहचान करना जानता हो। सिलाई के नाम भी उन्हें पता होने चाहिए। तिरा क्या होता है? ऐसे प्रश्न भी पूछे जाते हैं। कपड़ों की सिलाई के अतिरिक्त कुछ उपकरण भी होते हैं जैसे बटन लगाने से पहले अंगूठे में क्या पहना जाता है। ट्रेड टेस्ट के लिए अभ्यर्थी खुद को पहले से बेहतर तैयार करके ही जाएं। लिखित परीक्षा में पदों के अनुरूप तय मानक से अभ्यर्थी पास किए गए हैं।