बता दें कि फ्लिपकार्ट-वॉलमार्ट डील से न सिर्फ दोनों कंपनियों को एक-दूसरे की विशेज्ञता के चलते फायदा होगा, बल्कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को भी बूस्ट मिलेगा, साथ ही लगातार जॉब्स भी क्रिएट होंगे। बताया जा रहा है कि इस डील से आने वाले 10 सालों में सिर्फ भारत में 1 करोड़ जॉब्स क्रिएट जाएंगे। इसका मतलब साफ है कि औसतन एक साल में 10 लाख जॉब्स क्रिएट किए जाएंगे।
गौरतलब है कि अमेरिकी कंपनी वालमार्ट भारत में तेजी से अपना कारोबार फैला रही है। अकेले वॉलमार्ट के देश के नौ राज्यों के 19 शहरों में इसके 21 होलसेल स्टोर चल रहे हैं। सप्लाई चेन व लॉजिस्टिक्सि के क्षेत्र में यह कंपनी लगातार अपने कारोबार का विस्तार कर रही है, जिसके चलते हर साल हजारों युवाओं को जॉब मिलती है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि वालमार्ट ने अपने इस विस्तार कार्य में देश में तकरीबन 40,000 से अधिक युवाओं को से रोजगार प्रदान किया है। खास बात यह है कि प्रत्येक स्टोर में 2,000 कुशल व प्रशिक्षित युवा हैं, जो कंपनी की योजनाओं को आगे बढ़ा रहे है। इससे यह माना जा सकता है कि आने वाले सालों में फ्लिपकार्ट-वॉलमार्ट की इस डील से यकीनन लाखों नौकरियां पैदा की जाएंगी, क्योंकि वॉलमार्ट देश के लगभग हर छोटे-बड़े शहर में अपने कारोबार के विस्तार की दिशा में अग्रसर है।
वॉलमार्ट इंडिया की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि वह इन्वेस्टमेंट के साथ सप्लाई चेन्स और व्यावसायिक अवसरों के विकास से सीधी और नई नौकरियां पैदा करेगा। इसके अलावा, फ्लिपकार्ट के सहयोग से वॉलमार्ट छोटे व्यवसायों से सीधे तौर पर खरीदारी करके उनका भी सपोर्ट करेगा।