3 साल पहले तक सभी को मिलती थी नियुक्ति
केंद्र सरकार के एक उच्चाधिकारी के अनुसार कार्मिक विभाग ने तीन साल पहले ही सिविल सर्विस परीक्षा पास करने वाले ओबीसी अभ्यर्थियों के क्रीमीलेयर में होने की जांच करना शुरू की है। इससे पहले कभी क्रीमीलेयर श्रेणी में होने की जांच नहीं की गई है। इसलिए किसी भी ओबीसी अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं रोकी गई। अधिकारी का कहना है कि ऐसा संभव है कि पहले आरक्षण के असली हकदार के बजाय कई क्रीमीलेयर में शामिल अभ्यर्थी उच्च पदों पर नियुक्ति पाने में कामयाब रहे हों।
महिलाओं को सेना में 5 प्रतिशत प्रतिनिधित्व
सेना में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 5 फीसदी तक पहुंचाने के लक्ष्य पर केंद्र सरकार काम कर रही है। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में दी। CISF और CRPF में 15 फीसदी जबकि BSF, SSB और ITBP में 5 फीसदी महिलाओं के प्रतिनिधित्व का लक्ष्य है।