रिपोर्ट के मुताबिक, 2633 जातियां जिन्हें ओबीसी आरक्षण प्राप्त है उनमें से 1900 जातियों को इसका फायदा नहीं मिल रहा। इन 1900 में से आधी जातियां ऐसी हैं जिन्हें आरक्षण के तहत नौकरियों और शिक्षा में मात्र 3 प्रतिशत फायदा हुआ है। वहीं, बाकी बची जातियों को 5 साल में इसका कोई भी फायदा नहीं मिला। इन जातियों की आरक्षित नौकरियों में हिस्सेदारी 3 फीसदी भी नहीं है। जस्टिस (रिटायर्ड) जी रोहिणी की अध्यक्षता वाली समिति को 31 मई को रिपोर्ट देनी है।
यह होगा असर
इससे कुल सीटों पर 2-3 फीसदी का फर्क पड़ेगा। यह दूसरी जातियों को प्रभावित भी नहीं करेगा। अगर अभी ओबीसी कोटे के तहत 270 सीटें आरक्षित हैं तो 1900 जातियों को इनमें से 7 सीटों पर ही आरक्षण का फायदा मिल रहा है। अगर समिति की सिफारिश को मान लिया जाए तो 27 सीटों पर इन जातियों को आरक्षण का फायदा मिलेगा।