सवाल: इस खेल में कैस आए?
जवाब: मैं तो गांव में वॉलीबाॅल खेलता था। मेरा चयन सेना में हो गया। सेना की तरफ से वॉलीबाॅल खेलने लग गया। एक दिन सेना की टीम का चयन होना था। ट्रायल चल रहे थे, वहां पर तलवार को उठाकर देख रहा था, कोच ने फिटनेस व लम्बाई देखकर वॉलीबाॅल की जगह मुझे तलवारबाजी की टीम में शामिल कर लिया।
सवाल: आगे की क्या तैयारी है? जवाब: अब फैडरेशन के मैच होंगे, सबसे पहले उसमे स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य है। फिर दूसरा लक्ष्य एशियन चैम्पियनशिप और फिर ओलम्पिक में पदक जीतने का सपना है। देशवासियों की दुआ रही तो यह सपना भी पूरा होगा। भारत में खेलों का माहौल काफी बेहतर हो रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोच व मैदान मिल रहे हैं। डाइट पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है।
सवाल: अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कितने पदक जीते?
जवाब: वर्ष 2022 में लंदन में हुई कॉमनवेल्थ फेंसिंग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। वर्ष 2019 में साउथ एशियन गेम्स में एक साथ दो स्वर्ण पदक जीते। कुल सत्रह स्वर्ण, पांच रजत और तीन कांस्य पदक जीत चुका।
सवाल: सबसे ज्यादा योगदान किसका रहा? जवाब: मेरे पहले कोच धर्मेन्द्र सिंह व यूक्रेन के कोच डेनियल ने मेरी तकनीक सुधारी। मुझे जीतना सिखाया। मां शांति देवी, पिता बीरबल सिंह व पत्नी ज्योति का खास योगदान रहा।