सूचना पर रोहतक पीसीपीएनडीटी टीम ने कार्रवाई के लिए जाल बिछाया। टीम ने एक महिला को डिकॉय में शामिल करते हुए बोगस ग्राहक के रूप में तैयार कर एजेंट से बात करवाई। एजेंट संत कुमार 50 हजार में भ्रूण जांच करवाने को राजी हो गया। उसके बताए अनुसार महिला हरियाणा के नारनौल पहुंची। नारनौल के एक होटल में एजेंट ने उससे 50 हजार रुपए लिए उसे लेकर झुंझुनूं जिले के सिंघाना कस्बे के लिए रवाना हो गया।
सूचना के बाद झुंझुनूं से भी पीसीपीएनडीटी सेल की टीम रवाना हुई। एजेंट संत कुमार महिला को लेकर डूमोली खुर्द के एक खेत में बने डेयरी फार्म में पहुंचा। जहां पर खेतड़ी निवासी अवधेश पांडे पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन के साथ पहले से मौजूद था। अवधेश पांडे ने डेयरी फार्म में बने कमरे में अल्ट्रासाउंड करते हुए डिकॉय में शामिल महिला को भ्रूण जांच करके लड़की होना बताया और एजेंट के साथ आई एक अन्य महिला का अल्ट्रासाउंड कर भ्रूण में लड़का होना बताया। महिला ने टीम को इशारा कर जानकारी दी। टीम को देखकर एजेंट संतकुमार मौके से फरार हो गया। इसके बाद टीम ने अल्ट्रासाउंड कर रहे अवधेश कुमार और डेयरी मालिक उदय सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
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सात मामले पहले से दर्ज
आरोपी अवधेश कुमार के खिलाफ पूर्व में भी भ्रूण जांच करने के हरियाणा में दो और राजस्थान में पांच मामले दर्ज हैं।
यूं बिछाया जाल
रोहतक की टीम महिला के साथ मंगलवार रात करीब दो बजे एजेंट संतलाल के बताए अनुसार काटूवास टोल पर पहुंच गए। वहां एजेंट ने महिला को अपनी गाड़ी के पीछे-पीछे महावीर चौक नारनौल में आने के लिए कहा। वहां ने एजेंट संतलाल ने महिला से 50 हजार रुपए मांगे। इस पर महिला ने टीम की ओर से दिए गए 50 हजार रुपए उसे दे दिए। इसके बाद एजेंट ने महिला को अपनी गाड़ी में बैठा लिया। उसकी गाड़ी में पहले से ही एक अन्य गर्भवती महिला बैठी हुई थी। जैसे ही एजेंट संतलाल राजस्थान सीमा में पहुंचा, राजस्थान पीसीपीएनडीटी सेल को सूचना दे दी गई। इसके बाद रोहतक, नारनौल व झुंझुनूं की टीमें उसका पीछा करती रही। वह बुधवार सुबह 6 बजे डूमोली खुर्द के खेतों में उदयसिंह पुत्र महावीर के दूध की डेयरी पर पहुंच गए। वहां पर एक व्यक्ति स्कूटी लेकर पहले से ही मौजूद था। उसने महिला की खेत में बने एक कमरे में पोर्टेबल अल्ट्रासांउड मशीन से भ्रूण जांच की। उस दौरान तीनों टीमें खेत में छुपी हुई थीं। डिकॉय में शामिल महिला ने टीम को जैसे की इशारा किया, तीनों टीम उसके पास पहुंच गई। उन्होंने अवधेश पाण्डे पुत्र कुमार शंकर पाण्डे वार्ड 4 निवासी खेतड़ी और डेयरी मालिक उदयसिंह पुत्र महावीर को गिरफ्तार कर लिया। हैरानी की बात है कि पकड़े जाने पर आरोपी अवधेश के चेहरे पर कोई शिकन तक नहीं थीं। वह आराम से बातचीत कर रहा था।
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ये थे टीम में शामिल
कार्रवाई में रोहतक टीम से डॉ. देवेन्द्र सब्रवाल, डॉ. विशाल, डॉ. दिपक शर्मा, डॉ. जोगेन्द्र, डॉ. विकास सैनी, डॉ. बालदिवस, नारनौल टीम से डॉ. हर्ष चौहान, डॉ. अशोक कुमार व झुंझुनूं टीम आरसीएचओ डॉ. दयानन्द, दिनेश कुमार, चन्द्रभान, स्टेट कोडिनेटर जयपुर से निहालचन्द विश्नोई, सीकर से कोडिनेटर नन्दलाल पूनिया, उम्मेदसिंह, मुकेश कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
राजस्थान व हरियाणा सीमा में करता है आरोपी भ्रूण जांच
डॉ. देवेन्द्र सब्रवाल ने बताया कि आरोपी अवधेश पाण्डे ने हरियाणा व राजस्थान के सीमाओं में अपना जाल फैला रखा है। वह हरियाणा की गर्भवती महिला को राजस्थान में लाकर भ्रूण जांच करता है और राजस्थान की गर्भवती महिला को हरियाणा सीमा में ले जाकर भ्रूण की जांच करता है।