बता दें, झुंझुनूं विधानसभा सीट पर उपचुनाव में बीजेपी के राजेन्द्र भांबू, कांग्रेस के अमित ओला और निर्दलीय उम्मीदवार राजेंद्र गुढ़ा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
पति को सेब, पत्नी को कुकर मिला निशान
बता दें, झुंझुनूं विधानसभा सीट से नाम वापसी के बाद चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की लिस्ट सामने आई, जिसमें एक रोचक वाकया सामने आया है। यहां से उपचुनाव में पति-पत्नी निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं। पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के खिलाफ उनकी पत्नी निशा कंवर उपचुनाव लड़ रही हैं। बता दें, निशा कंवर को प्रैशर कुकर और राजेंद्र सिंह गुढ़ा को सेब चुनाव चिन्ह मिला है। सबसे ज्यादा खींवसर, सबसे कम सलूम्बर
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि 7 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर तक कुल 94 अभ्यर्थी मैदान में थे। बुधवार को नामांकन वापसी के बाद अब कुल 69 अभ्यर्थी मैदान में हैं। उन्होंने बताया कि दौसा और खींवसर विधानसभा क्षेत्रों में सर्वाधिक 12-12 अभ्यर्थी और सलूम्बर में सबसे कम 6 अभ्यर्थी मैदान में हैं। इसी प्रकार, झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र में 11, रामगढ़ और चौरासी में 10-10 तथा देवली-उनियारा में 8 अभ्यर्थी चुनाव में भागीदारी कर रहे हैं।
इन सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला संभव
बताते चलें कि नाम वापसी के बाद राजस्थान की सभी सात सीटों पर मुकाबलाय तय हो गया है। अब 7 में से 5 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला और 2 सीटों पर आमने-सामने की टक्कर होगी। देवली-उनियारा, झुंझुनूं, खींवसर, सलूंबर और चौरासी में त्रिकोणीय मुकाबला है, वहीं रामगढ़ और दौसा में सीधी लड़ाई होगी।
दरअसल, राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि 23 नवंबर को झारखंड और महाराष्ट्र के साथ राजस्थान उपचुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।