रेसक्यू टीम मौके पर गई है। जहां घटना हुई है वह जमीन से लगभग 1875 फीट नीचे है। यह अधिकारी विजिलेंस टीम में शामिल थे। हादसे के बाद आस-पास की सभी एम्बुलेंसों को मौके पर बुला लिया गया है। डॉक्टरों की टीमों को भी किया आपात स्थिति के लिए तैयार रखा गया है।
निरीक्षण करने उतरी थी विजिलेंस टीम
- सोमवार को विजिलेंस की टीम आई थी।
- कल से माइंस का निरीक्षण चल रहा था।
- मंगलवार दोपहर में टीम ने खेतड़ी नगर खदान का दौरान किया था।
- शाम करीब 5 बजे टीम कोलिहान माइंस में पहुंची थी। इसके बाद केसीसी चीफ समेत विजिलेंस की टीम माइंस में नीचे उतरी।
- रात 8:10 बजे माइंस से निकलते समय लिफ्ट की चेन टूट गई।
324 किमी के दायरे में 300 से अधिक भूमिगत खदानें
- खेतड़ी और आसपास के हिस्से में तांबे के भंडार हैं। यह पूरा क्षेत्र ताम्र नगरी कहलाता है और देश का 50 प्रतिशत तांबा इन्हीं पहाड़ों से निकाला जाता है।
- कोलिहान क्षेत्र में करीब 324 किमी के दायरे में 300 से अधिक भूमिगत खदानें हैं। जहां समुद्र तल से माइनस 102 मीटर की गहराई पर तांबा निकाला जाता है। ऐसे में यह देश की पहली सबसे बड़ी और सबसे गहरी तांबे की माइंस हैं।
- यहां से निकालने वाले तांबे की गुणवत्ता के कारण यह लंदन मेटल एक्सचेंज की ए ग्रेड में शामिल है और इसी कारण देश में सुरक्षा उपकरण इसी तांबे से बनाए जाते हैं।
माइंस में ये लोग हैं फंसे
- पंड्या, सीबीओ
- जीडी गुप्ता, केसीसी ईकाई प्रमुख
- वी भंडारी, डीएसएम
- एके शर्मा
- केएस सहलोत
- रमेश कुमार
- एके बैहरा
- विनोद शेखावत
- एए भंडारी
- एन सहाय
- प्रीतम सिंह
- विकास पारीक
- हंसी राम
- एक अन्य