चौधरी ने बताया कि यह निर्णय पुलिस कर्मचारियों के कल्याण और उनके व्यक्तिगत जीवन में संतुलन लाने के उद्देश्य से लिया गया है। यह अवकाश पुलिस कर्मचारियों को अपने परिवार के साथ समय बिताने, व्यक्तिगत कार्यों को पूरा करने और शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहने का अवसर प्रदान करेगा। हमारे पुलिस कर्मचारी दिन-रात आमजन की सेवा / कानून व्यवस्था ड्यूटी आदि में लगे रहते हैं। उनके कठिन परिश्रम, कार्य-निष्ठा एवं समर्पण को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है कि उन्हें नियमित रूप से पाक्षिक अवकाश दिया जाए ताकि वे अपने परिवार और स्वास्थ्य पर ध्यान दे सकें।
कार्यक्षमता पर पड़ता है असर
लंबे समय तक बिना अवकाश काम करने से न केवल कार्मिकों की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है, बल्कि उनके व्यक्तिगत जीवन पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। पाक्षिक अवकाश से पुलिसकर्मियों को अपने परिवार और व्यक्तिगत जीवन के लिए समय मिलेगा। यह निर्णय पुलिस कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने, उनकी कार्यकुशलता में सुधार लाने, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह अवकाश रोस्टर प्रणाली के आधार पर दिया जाएगा ताकि कानून-व्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। पुलिसकर्मियों की सुविधाओं और उनके अधिकारों के प्रति यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
सभी का मिला सहयोग
पुलिस अधीक्षक ने शरद चौधरी ने कहा कि उनके अब तक के कार्यकाल में पूरी पुलिस टीम का सहयोग रहा है।