विज्ञान की पढ़ाई के लिए बाहर जाना पड़ा पूजा और अंजेश ने बताया कि दसवीं तक गांव के सरकारी विद्यालय में शिक्षा ली। गांव में विज्ञान विषय नहीं होने के कारण उन्हें बाहर निजी विद्यालय में 12वीं तक पढ़ाई करनी पड़ी। दोनों ने 2017 में 12वीं की पढ़ाई पूरी की। अगले साल 2018 में छोटी बहन अंजेश का एमबीबीएस में चयन हुआ। अंजेश झालावाड़ राजकीय मेडिकल कॉलेज में अंतिम वर्ष में अध्ययनरत है। बड़ी बहन पूजा का 2020 में होम्योपैथिक चिकित्सक के लिए शहीद हरिप्रसाद मल राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल बड़हलगंज गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) में चयन हुआ। उसका इस साल द्वितीय वर्ष है।
पिता प्रकाशचन्द रसगनियां ने बताया कि जूती सिलाई व बनाई का उनका पैतृक काम है। उसके इस काम में उसकी पत्नी छोटी देवी, बेटी पूजा व अंजेश भी हाथ बंटाती हैं। अब भी दोनों बेटियां छुट्टियों में घर आती हैं तो उसके साथ बैठकर जूती बनाने के काम में मदद करती हैं।